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ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और जी-20 में होगी लखनऊ की ट्रैफिक पुलिस की अग्निपरीक्षा

लखनऊ अपने बदहाल ट्रैफिक सिस्टम को लेकर बदनाम हो चुका है. आम आदमी को जाम से त्रस्त होने के बाद भी ज्यादा शोर नहीं मचाती मगर पिछले दो साल में कई ऐसे मौके आए, जब वीवीआईपी जाम में फंस गए. अब जब ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और जी-20 की बैठक लखनऊ में होने वाली तो ट्रैफिक की चिंता बढ़ने लगी है (traffic plan for Global investors summit).

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Published : Feb 8, 2023, 2:09 PM IST

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लखनऊ : मार्च 2022 योगी सरकार जब दूसरी बार शपथ ले रही थी, तब समारोह में पहुंचने से पहले गृह मंत्री अमित शाह जाम में फंसे थे. अक्टूबर 2022 में एक बार फिर अमित शाह बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक में आए तो जाम में फंस गए. 2023 में बीते दिनों क्रिकेट मैच के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम और एक्टर जाम में फंस गए. पिछले दो साल में कई ऐसे मौके आए हैं, जब लखनऊ की ट्रैफिक व्यवस्था ने शासन और प्रशासन की भद पिटवाई है. अब एक बार फिर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और जी-20 की बैठक के दौरान लखनऊ के ट्रैफिक सिस्टम की अग्निपरीक्षा होने वाली है. लखनऊ के डीसीपी ट्रैफिक रईस अख्तर का दावा है कि इस बार ट्रैफिक मैनेजमेंट की बेहतरीन तैयारी है.

traffic jam in lucknow
25 मार्च 2022 : योगी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह इकाना स्टेडियम में आयोजित हुआ था. इस समारोह में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत बीजेपी के दिग्गज पहुंचे थे. पीएम के जाने के बाद जब अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा, वसुंधरा राजे और नीतिन गडकरी जाम में फंस गए.एडीजी कानून व्यवस्था खुद ट्रैफिक जाम खुलवाने सड़कों पर उतरना पड़ा. जाम की वजह से एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती तो समारोह स्थल पहुंच ही नहीं सकी थी.

मई 2022 को हाई कोर्ट ने लखनऊ की चरमराती ट्रैफिक व्यवस्था पर नाराजगी जाहिर की थी. तब हाई कोर्ट ने 2017 में बनी उच्च स्तरीय ट्रैफिक कमेटी को ट्रैफिक सिस्टम सुधारने के निर्देश दिए थे. कोर्ट के निर्देश के 9 महीने बाद भी लखनऊ के ट्रैफिक सिस्टम में सुधार नहीं हुआ है. आम लोग आज भी जाम में घंटों खड़े होने को मजबूर है. वीवीआईपी को भी खास इंतजाम होने के बाद भी ट्रैफिक में फंसना पड़ा है. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और जी 20 की बैठक से पहले भी ट्रैफिक मैनेजमेंट के दावे किए जा रहे हैं. लखनऊ के डीसीपी ट्रैफिक रईस अख्तर का कहना है कि ट्रैफिककर्मियों का संख्या बल बढ़ाने के साथ साथ अतरिक्त रूट तैयार किया गया है. इस बार कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी.

ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए 1300 पुलिसकर्मी तैनात : बता दें कि 11 और 12 फरवरी को होने वाले ग्लोबल इनवेस्टर्स समिटमें देश विदेश के लगभग 447 प्रतिनिधि आ रहे हैं. डीसीपी ट्रैफिक रईस अख्तर ने बताया कि लखनऊ के ट्रैफिक सिस्टम को संभालने के लिए लगभग 1300 पुलिसकर्मियों को लगाया जा रहा है, इसमें 800 कांस्टेबल, 200 हेड कांस्टेबल, 200 टीएसआई, 35 ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 10 सीओ, 5 एडिशनल एसपी और दो डीसीपी तैनात किए गए हैं. इसके अलावा ट्रैफिक निदेशालय के अधिकारी हालात पर नजर रखेंगे.

जानें किस रूट को किया गया डायवर्ट : रईस अख्तर ने बताया कि चूंकि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में आयोजित किया जा रहा है. ऐसे में हजरतगंज, शहीद पथ और अयोध्या मार्ग से इस ओर आने वाले सभी ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा. लोगों से अपील की गई है कि 9 फरवरी से 16 फरवरी तक हजरतगंज से अहिमामऊ, गोल्फ से शहीदपथ वाया 1090, इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान और सम्पूर्ण शहीदपथ का प्रयोग विशेष परिस्थिति में ही करें. इस रूट पर यातायात प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है. इस रूट के स्थान पर वैकल्पिक रूट का प्रयोग कर यातायात पुलिस का सहयोग करें.

Traffic problem in lucknow
लखनऊ के खराब ट्रैफिक सिस्टम की पोल गाहे-बगाहे खुल जाती है.
बदहाल ट्रैफिक मैनेजमेंट भेंट चढ़े दो पुलिस कमिश्नर : राजधानी की बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था से न सिर्फ हाई कोर्ट बल्कि खुद सीएम योगी आदित्यनाथ नाराजगी जाहिर करते आए हैं. राजधानी की सड़कों पर लगने वाले जाम के चलते सरकार ने इंस्पेक्टर से लेकर दो जिलों के पुलिस कमिश्नर तक को उनके पद से हटा दिया था. 28 जुलाई 2022 को लखनऊ-कानपुर हाईवे पर 6 घंटे जाम लगा रहा. इसकी जानकारी न ही बंथरा थाना प्रभारी को हुई और न ही पुलिस कमिश्नर को. 6 घंटे बाद जब डीजीपी ने खुद इस पर हस्तक्षेप किया तब जाकर जाम खुलवाया जा सका. इस मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी बंथरा अशोक सोनकर को निलंबित कर दिया गया. इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने करवाई का दौर शुरू किया तो दो एसीपी, एक एडिशनल डीसीपी, डीसीपी ट्रैफिक और फिर लखनऊ और कानपुर के पुलिस कमिश्नर को हटा दिया गया. इन कार्रवाइयों को बाद भी अभी तक कोई पॉलिसी नहीं बन सकी है.

पढ़ें : Traffic problem in lucknow : कमिश्नरेट और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट फिर भी जाम से जूझ रहे राजधानी के लोग

लखनऊ : मार्च 2022 योगी सरकार जब दूसरी बार शपथ ले रही थी, तब समारोह में पहुंचने से पहले गृह मंत्री अमित शाह जाम में फंसे थे. अक्टूबर 2022 में एक बार फिर अमित शाह बीजेपी कार्यकारिणी की बैठक में आए तो जाम में फंस गए. 2023 में बीते दिनों क्रिकेट मैच के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम और एक्टर जाम में फंस गए. पिछले दो साल में कई ऐसे मौके आए हैं, जब लखनऊ की ट्रैफिक व्यवस्था ने शासन और प्रशासन की भद पिटवाई है. अब एक बार फिर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और जी-20 की बैठक के दौरान लखनऊ के ट्रैफिक सिस्टम की अग्निपरीक्षा होने वाली है. लखनऊ के डीसीपी ट्रैफिक रईस अख्तर का दावा है कि इस बार ट्रैफिक मैनेजमेंट की बेहतरीन तैयारी है.

traffic jam in lucknow
25 मार्च 2022 : योगी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह इकाना स्टेडियम में आयोजित हुआ था. इस समारोह में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत बीजेपी के दिग्गज पहुंचे थे. पीएम के जाने के बाद जब अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा, वसुंधरा राजे और नीतिन गडकरी जाम में फंस गए.एडीजी कानून व्यवस्था खुद ट्रैफिक जाम खुलवाने सड़कों पर उतरना पड़ा. जाम की वजह से एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती तो समारोह स्थल पहुंच ही नहीं सकी थी.

मई 2022 को हाई कोर्ट ने लखनऊ की चरमराती ट्रैफिक व्यवस्था पर नाराजगी जाहिर की थी. तब हाई कोर्ट ने 2017 में बनी उच्च स्तरीय ट्रैफिक कमेटी को ट्रैफिक सिस्टम सुधारने के निर्देश दिए थे. कोर्ट के निर्देश के 9 महीने बाद भी लखनऊ के ट्रैफिक सिस्टम में सुधार नहीं हुआ है. आम लोग आज भी जाम में घंटों खड़े होने को मजबूर है. वीवीआईपी को भी खास इंतजाम होने के बाद भी ट्रैफिक में फंसना पड़ा है. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और जी 20 की बैठक से पहले भी ट्रैफिक मैनेजमेंट के दावे किए जा रहे हैं. लखनऊ के डीसीपी ट्रैफिक रईस अख्तर का कहना है कि ट्रैफिककर्मियों का संख्या बल बढ़ाने के साथ साथ अतरिक्त रूट तैयार किया गया है. इस बार कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी.

ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए 1300 पुलिसकर्मी तैनात : बता दें कि 11 और 12 फरवरी को होने वाले ग्लोबल इनवेस्टर्स समिटमें देश विदेश के लगभग 447 प्रतिनिधि आ रहे हैं. डीसीपी ट्रैफिक रईस अख्तर ने बताया कि लखनऊ के ट्रैफिक सिस्टम को संभालने के लिए लगभग 1300 पुलिसकर्मियों को लगाया जा रहा है, इसमें 800 कांस्टेबल, 200 हेड कांस्टेबल, 200 टीएसआई, 35 ट्रैफिक इंस्पेक्टर, 10 सीओ, 5 एडिशनल एसपी और दो डीसीपी तैनात किए गए हैं. इसके अलावा ट्रैफिक निदेशालय के अधिकारी हालात पर नजर रखेंगे.

जानें किस रूट को किया गया डायवर्ट : रईस अख्तर ने बताया कि चूंकि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में आयोजित किया जा रहा है. ऐसे में हजरतगंज, शहीद पथ और अयोध्या मार्ग से इस ओर आने वाले सभी ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा. लोगों से अपील की गई है कि 9 फरवरी से 16 फरवरी तक हजरतगंज से अहिमामऊ, गोल्फ से शहीदपथ वाया 1090, इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान और सम्पूर्ण शहीदपथ का प्रयोग विशेष परिस्थिति में ही करें. इस रूट पर यातायात प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है. इस रूट के स्थान पर वैकल्पिक रूट का प्रयोग कर यातायात पुलिस का सहयोग करें.

Traffic problem in lucknow
लखनऊ के खराब ट्रैफिक सिस्टम की पोल गाहे-बगाहे खुल जाती है.
बदहाल ट्रैफिक मैनेजमेंट भेंट चढ़े दो पुलिस कमिश्नर : राजधानी की बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था से न सिर्फ हाई कोर्ट बल्कि खुद सीएम योगी आदित्यनाथ नाराजगी जाहिर करते आए हैं. राजधानी की सड़कों पर लगने वाले जाम के चलते सरकार ने इंस्पेक्टर से लेकर दो जिलों के पुलिस कमिश्नर तक को उनके पद से हटा दिया था. 28 जुलाई 2022 को लखनऊ-कानपुर हाईवे पर 6 घंटे जाम लगा रहा. इसकी जानकारी न ही बंथरा थाना प्रभारी को हुई और न ही पुलिस कमिश्नर को. 6 घंटे बाद जब डीजीपी ने खुद इस पर हस्तक्षेप किया तब जाकर जाम खुलवाया जा सका. इस मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी बंथरा अशोक सोनकर को निलंबित कर दिया गया. इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने करवाई का दौर शुरू किया तो दो एसीपी, एक एडिशनल डीसीपी, डीसीपी ट्रैफिक और फिर लखनऊ और कानपुर के पुलिस कमिश्नर को हटा दिया गया. इन कार्रवाइयों को बाद भी अभी तक कोई पॉलिसी नहीं बन सकी है.

पढ़ें : Traffic problem in lucknow : कमिश्नरेट और स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट फिर भी जाम से जूझ रहे राजधानी के लोग

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