लखनऊ: देश में पश्चिमी विक्षोभ व बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्रफल के कारण अक्टूबर माह में भी बारिश का सिलसिला चल रहा है. पिछले 2 दिनों से जोरदार बारिश जारी है. बारिश होने व तेज हवा चलने से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है. अक्टूबर माह में हुई बारिश ने किसानों को जोरदार झटका दिया है. किसानों की फसल, जो कि तैयार खड़ी है, बारिश होने के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ है. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार बुधवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश हो सकती है. वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ज्यादातर बादल छाए रहेंगे. बारिश होने की संभावना नहीं है.
बुधवार को राजधानी लखनऊ में अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो कि सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस कम है. वहीं न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो कि सामान्य से 6 डिग्री सेल्सियस अधिक है. मौसम में आद्रता न्यूनतम 50% व अधिकतम 100% रही.
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार बुधवार को राजधानी लखनऊ में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. कुछ जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है. अधिकतम तापमान 29 व न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
राजधानी लखनऊ में मंगलवार को सुबह से ही आसमान पर बादलों ने डेरा जमा लिया. सुबह से ही रिमझिम बारिश शुरू हुई, जो दोपहर तक होती रही. कुछ इलाकों में जोरदार बारिश भी हुई. राजधानी लखनऊ के ग्रामीण इलाकों में जोरदार बारिश होने से खेतों में पानी भर गया, जिससे किसान बहुत चिंतित नजर आए. वहीं शहरी इलाकों में सड़कों व गलियों में पानी भर जाने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
इन जिलों में हुई बारिश
सोमवार को लखीमपुर खीरी में सर्वाधिक बारिश रिकॉर्ड की जगह पर 25 मिलीमीटर बारिश हुई. इसके अलावा राजधानी लखनऊ में 17 मिलीमीटर, हरदोई में 2 मिलीमीटर, वाराणसी में 6 मिलीमीटर, बहराइच में 7, प्रयागराज में 11 मिलीमीटर, सुलतानपुर में 7 मिलीमीटर, रायबरेली में 1 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई.
इन जिलों में हो सकती है बारिश
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश के गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, गोरखपुर, देवरिया, बलिया, कुशीनगर व उसके आस-पास के इलाकों में बारिश के साथ 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.
मौसम वैज्ञानिक डॉ. जेपी गुप्ता ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ व बंगाल में बन रहे निम्न दबाव का क्षेत्रफल कम होने के कारण उत्तर प्रदेश में बारिश का सिलसिला कम हो रहा है. बुधवार को उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों के आइसोलेटेड स्थानों पर बारिश होने की संभावना है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ज्यादातर मौसम सूखा रहेगा. आने वाले दिनों में बादलों की आवाजाही रहेगी. मौसम सूखा बना रहेगा. अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी.