ETV Bharat / state

बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक, निपटने के लिए गठित की गईं टीमें - प्रधान मुख्य वन संरक्षक

बिजनौर जिले में मानव और गुलदार या तेंदुआ संघर्ष की घटनाओं में इजाफा देखने को मिल रहा है. इसके अलावा जनवरी 2023 से अब तक कई व्यक्तियों की मौत गुलदार के हमलों से हो गई है. साथ ही कई घटनाओं में पालतू जानवरों के हताहत होने की खबरें हैं. ऐसे में प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुधीर कुमार शर्मा ने अधिकारियों की टीम गठित करके घटनाओं पर नियंत्रण के दिशा निर्देश दिए हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Aug 3, 2023, 6:24 PM IST

Updated : Aug 3, 2023, 7:57 PM IST

लखनऊ : बिजनौर जिले में लगातार बढ़ते जा रहे मानव और गुलदार या तेंदुआ संघर्ष की घटनाओं को देखते हुए इन पर नियंत्रण के लिए प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुधीर कुमार शर्मा ने अधिकारियों की एक टीम गठित की है. सामाजिक वानिकी वन प्रभाग, बिजनौर में इस साल जनवरी से अब तक मानव और वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं लगातार हो रही हैं. जिले के विभिन्न ग्रामीण और आबादी वाले क्षेत्रों में बड़ी संख्या में गुलदार पाए जा रहे हैं और धीरे-धीरे इनकी संख्या में वृद्धि होती जा रही है. कई गुलदार आदमखोर हो गए हैं और इनके हमलों में कई लोग घायल भी हुए हैं. यही नहीं गुलदार पालतू पशुओं को भी अक्सर या तो मार डालते हैं या उन्हें घायल कर देते हैं. पर हमला कर उन्हें जख्मी एवं मार डालते हैं.


बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.
बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.
बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.
बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.


प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुधीर कुमार शर्मा ने जानकारी दी है कि जनवरी 2023 से अब तक कई व्यक्तियों की मौत गुलदार के हमलों में हो गई है. वहीं तमाम घटनाएं लोगों के घायल होने की भी हुई हैं. पशुओं की संख्या तो और भी ज्यादा है. यही कारण है कि बिजनौर और नजीबाबाद में गुलदार के हमले रोकने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. वन संरक्षक एवं क्षेत्रीय निदेशक बरेली क्षेत्र विजय सिंह और प्रभागीय वनाधिकारी, हाथरस वन प्रभाग सीपी सिंह को नगीना क्षेत्र में समस्या के समाधान का जिम्मा सौंपा गया है. वहीं नजीबाबाद क्षेत्र में गुलदार के हमले रोकने के लिए वन संरक्षक अलीगढ़ राकेश चंद्रा और प्रभागीय वनाधिकारी हापुड़ संजय मल्ल को जिम्मेदारी दी गई है. इसी तरह धामपुर तहसील क्षेत्र के लिए वन संरक्षक मुरादाबाद रमेश चंद्रा और प्रभागीय निदेशक बागपत हेमंत सेठ को जिम्मेदारी दी गई है.

बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.
बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.
बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.
बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.



वन क्षेत्रों से सटे गांवों में ग्रामीणों को तत्काल रूप से वन क्षेत्र के अंदर प्रवेश न करने तथा वन्यजीव की सुरक्षा के संबंध में अपनाए जाने वाले उपायों से संबंधित पर्चे व अन्य प्रचार-प्रसार सामग्री वितरित कराई जाएगी. साथ ही ग्रामवासियों को वन सीमा से लगे कृषि क्षेत्र में कार्य करने के लिए समूह में आने-जाने तथा वन सीमा के अंदर पालतू मवेशियों को न चराए जाने के लिए भी जागरूक किया जाएगा. उत्तराखंड के वन अधिकारियों से समन्वय स्थापित कराते हुए उनके साथ संयुक्त पेट्रोलिंग करने का भी आदेश संबंधित टीमों को दिया गया है. वन्यजीवों के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवेश करने या दिखाई देने पर फायर कैकर्स, पटाखे वितरित कराया जाने की भी व्यवस्था करने के आदेश दिए गए हैं.

यह भी पढ़ें : मीडिया में चमकने के लिए कभी माया की मूर्ति तोड़ी तो कभी मनाया जन्मदिन, अब सीमा हैदर पर फिल्म बनाने का दावा

लखनऊ : बिजनौर जिले में लगातार बढ़ते जा रहे मानव और गुलदार या तेंदुआ संघर्ष की घटनाओं को देखते हुए इन पर नियंत्रण के लिए प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुधीर कुमार शर्मा ने अधिकारियों की एक टीम गठित की है. सामाजिक वानिकी वन प्रभाग, बिजनौर में इस साल जनवरी से अब तक मानव और वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं लगातार हो रही हैं. जिले के विभिन्न ग्रामीण और आबादी वाले क्षेत्रों में बड़ी संख्या में गुलदार पाए जा रहे हैं और धीरे-धीरे इनकी संख्या में वृद्धि होती जा रही है. कई गुलदार आदमखोर हो गए हैं और इनके हमलों में कई लोग घायल भी हुए हैं. यही नहीं गुलदार पालतू पशुओं को भी अक्सर या तो मार डालते हैं या उन्हें घायल कर देते हैं. पर हमला कर उन्हें जख्मी एवं मार डालते हैं.


बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.
बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.
बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.
बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.


प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुधीर कुमार शर्मा ने जानकारी दी है कि जनवरी 2023 से अब तक कई व्यक्तियों की मौत गुलदार के हमलों में हो गई है. वहीं तमाम घटनाएं लोगों के घायल होने की भी हुई हैं. पशुओं की संख्या तो और भी ज्यादा है. यही कारण है कि बिजनौर और नजीबाबाद में गुलदार के हमले रोकने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. वन संरक्षक एवं क्षेत्रीय निदेशक बरेली क्षेत्र विजय सिंह और प्रभागीय वनाधिकारी, हाथरस वन प्रभाग सीपी सिंह को नगीना क्षेत्र में समस्या के समाधान का जिम्मा सौंपा गया है. वहीं नजीबाबाद क्षेत्र में गुलदार के हमले रोकने के लिए वन संरक्षक अलीगढ़ राकेश चंद्रा और प्रभागीय वनाधिकारी हापुड़ संजय मल्ल को जिम्मेदारी दी गई है. इसी तरह धामपुर तहसील क्षेत्र के लिए वन संरक्षक मुरादाबाद रमेश चंद्रा और प्रभागीय निदेशक बागपत हेमंत सेठ को जिम्मेदारी दी गई है.

बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.
बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.
बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.
बिजनौर क्षेत्र में बढ़ा गुलदारों का आतंक.



वन क्षेत्रों से सटे गांवों में ग्रामीणों को तत्काल रूप से वन क्षेत्र के अंदर प्रवेश न करने तथा वन्यजीव की सुरक्षा के संबंध में अपनाए जाने वाले उपायों से संबंधित पर्चे व अन्य प्रचार-प्रसार सामग्री वितरित कराई जाएगी. साथ ही ग्रामवासियों को वन सीमा से लगे कृषि क्षेत्र में कार्य करने के लिए समूह में आने-जाने तथा वन सीमा के अंदर पालतू मवेशियों को न चराए जाने के लिए भी जागरूक किया जाएगा. उत्तराखंड के वन अधिकारियों से समन्वय स्थापित कराते हुए उनके साथ संयुक्त पेट्रोलिंग करने का भी आदेश संबंधित टीमों को दिया गया है. वन्यजीवों के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवेश करने या दिखाई देने पर फायर कैकर्स, पटाखे वितरित कराया जाने की भी व्यवस्था करने के आदेश दिए गए हैं.

यह भी पढ़ें : मीडिया में चमकने के लिए कभी माया की मूर्ति तोड़ी तो कभी मनाया जन्मदिन, अब सीमा हैदर पर फिल्म बनाने का दावा

Last Updated : Aug 3, 2023, 7:57 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.