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टीबी मरीजों को हेल्थ वेलनेस सेंटर पर ही मिलेगी दवा, नहीं लगाने पड़ेंगे बड़े अस्पतालों के चक्कर

टीवी के मरीजों को अब इलाज के लिए बड़े अस्पतालों के चक्कर लगाने से राहत मिलेगी. ऐसे मरीज अब अपने घर के नजदीकी हेल्थ वेलनेस सेंटर (health wellness center) पर जांच करवाने के साथ दवाएं भी हासिल कर सकेंगे.

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Published : Sep 26, 2022, 4:56 PM IST

हेल्थ वेलनेस सेंटर
हेल्थ वेलनेस सेंटर

लखनऊ : टीवी के मरीजों को अब इलाज के लिए बड़े अस्पतालों के चक्कर लगाने से राहत मिलेगी. ऐसे मरीज अब अपने घर के नजदीकी हेल्थ वेलनेस सेंटर (health wellness center) पर जांच करवाने के साथ दवाएं भी हासिल कर सकेंगे. इसके लिए एलोपैथिक और आयुष पद्धति से चल रहे वेलनेस सेंटरों को सीएचसी से जोड़ा जाएगा. सिविल, बलरामपुर, केजीएमयू, लोहिया जैसे बड़े संस्थानों में भारी संख्या में टीवी के मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं. कभी-कभी दवाइयों का स्टॉक खत्म हो जाने के कारण मरीजों को दवाएं नहीं मिल पाती हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. मरीज अपने नजदीकी हेल्थ वैलनेस सेंटर पर अपनी जांच करा सकेंगे, साथ ही दवाएं भी उपलब्ध हो जाएंगी.

जिले में फिलहाल 208 हेल्थ वेलनेस सेंटर चल रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की योजना के मुताबिक, इन सेंटरों पर अगले महीने से टीवी मरीजों की जांच शुरू हो जाएगी. इन सेंटरों पर मरीजों के बलगम का सैंपल लेकर अल्टरनेट वैक्सीन डिलीवरी सिस्टम (एवीडी) के जरिए नजदीकी सीएचसी पर जांच के लिए भेजा जाएगा. सीएचसी से जांच रिपोर्ट आने के बाद मरीज का इलाज शुरू किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, जांच के लिए मलिहाबाद, माल और चिनहट सीएचसी में ट्रूनेट मशीनें भी लगाई जा चुकी हैं.

यह भी पढ़ें : आदिवासी महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आर्थिक रूप से किया जा रहा मजबूत

सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि हेल्थ वेलनेस सेंटरों पर टीबी मरीजों को उपचार देने की तैयारी चल रही है. तीन सीएचसी में जांच मशीनें लगाई जा चुकी हैं. उम्मीद कि अगले महीने से सुविधा शुरू हो जाएगी.

यह भी पढ़ें : आकाश आनंद ने कहा, राजस्थान का चुनाव हमारे समाज के लिए मान सम्मान और स्वाभिमान की लड़ाई

लखनऊ : टीवी के मरीजों को अब इलाज के लिए बड़े अस्पतालों के चक्कर लगाने से राहत मिलेगी. ऐसे मरीज अब अपने घर के नजदीकी हेल्थ वेलनेस सेंटर (health wellness center) पर जांच करवाने के साथ दवाएं भी हासिल कर सकेंगे. इसके लिए एलोपैथिक और आयुष पद्धति से चल रहे वेलनेस सेंटरों को सीएचसी से जोड़ा जाएगा. सिविल, बलरामपुर, केजीएमयू, लोहिया जैसे बड़े संस्थानों में भारी संख्या में टीवी के मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं. कभी-कभी दवाइयों का स्टॉक खत्म हो जाने के कारण मरीजों को दवाएं नहीं मिल पाती हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. मरीज अपने नजदीकी हेल्थ वैलनेस सेंटर पर अपनी जांच करा सकेंगे, साथ ही दवाएं भी उपलब्ध हो जाएंगी.

जिले में फिलहाल 208 हेल्थ वेलनेस सेंटर चल रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की योजना के मुताबिक, इन सेंटरों पर अगले महीने से टीवी मरीजों की जांच शुरू हो जाएगी. इन सेंटरों पर मरीजों के बलगम का सैंपल लेकर अल्टरनेट वैक्सीन डिलीवरी सिस्टम (एवीडी) के जरिए नजदीकी सीएचसी पर जांच के लिए भेजा जाएगा. सीएचसी से जांच रिपोर्ट आने के बाद मरीज का इलाज शुरू किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, जांच के लिए मलिहाबाद, माल और चिनहट सीएचसी में ट्रूनेट मशीनें भी लगाई जा चुकी हैं.

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सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि हेल्थ वेलनेस सेंटरों पर टीबी मरीजों को उपचार देने की तैयारी चल रही है. तीन सीएचसी में जांच मशीनें लगाई जा चुकी हैं. उम्मीद कि अगले महीने से सुविधा शुरू हो जाएगी.

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