लखनऊ: राजधानी के विभूति खंड थाना अंतर्गत 6 जनवरी की रात को एक गैंगवार में अजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी. वहीं इस घटना में अजीत का साथी मोहर सिंह और दूसरी तरफ से एक शूटर भी घायल हुआ थी. वह राजधानी के एक चिकित्सक ने शूटर का इलाज किया है, लेकिन जब हालत ठीक नहीं हुई तो उसे सुलतानपुर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया. जहां डॉक्टर एके सिंह ने उसका पूर्व सांसद के कहने पर इलाज किया. वहीं इस मामले में अब लखनऊ की कमिश्नरेट पुलिस ने डॉक्टर एके सिंह के खिलाफ समन जारी किया है. इस नोटिस के जारी होने के बाद अगर वह पुलिस के सामने जल्द उपस्थित नहीं होते हैं, तो पुलिस कार्रवाई करेगी.
शूटर का इलाज करने वाले डॉक्टर के खिलाफ समन जारी
अजीत सिंह हत्याकांड में शामिल एक शूटर को गोली लगने से घायल हो गया था. शूटर का इलाज पहले राजधानी के केजीएमयू के एक चिकित्सक ने पूर्व सांसद के कहने पर किया था, लेकिन जब उसकी हालत नहीं सुधरी तो उसे सुलतानपुर के एक निजी चिकित्सालय ले जाया गया. वहां पर डॉ. एके सिंह ने उसका इलाज किया. इस मामले की जानकारी होने पर लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ समन जारी किया है. इस समन के तहत अगर डॉक्टर पुलिस के सामने उपस्थित नहीं होते हैं, तो पुलिस आगे की कार्रवाई उनके खिलाफ करेगी.
क्या थी घटना
विभूति खंड थाना अंतर्गत कठौता चौराहे पर 6 जनवरी की रात को एक गैंगवार हुआ था, जिसमें मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना को अंजाम देने में चार शूटर शामिल हुए थे. इस घटनाक्रम में जेल में बंद कुंटू सिंह, अखंड सिंह और शूटर गिरधारी विश्वकर्मा नामजद किए गए. हालांकि गिरधारी विश्वकर्मा को नाटकीय अंदाज में दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है, तो वहीं बाकी शूटर अभी फरार है.