लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों को स्टार्टअप शुरू करने की जानकारी दी जाएगी. विश्वविद्यालय का कॉमर्स विभाग 'स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया' कार्यक्रम के तहत एक योजना शुरू करने जा रहे हैं. इस योजना को शुरू करने के लिए कॉमर्स विभाग व लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन (एलएमए) के बीच 5 जनवरी को एक एमओयू साइन किया जाएगा.
विश्वविद्यालय के कॉमर्स विभागाध्यक्ष प्रो. अवधेश त्रिपाठी ने बताया कि पीएम मोदी के 'स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया' को गति देने के उद्देश्य से एलयू व एलएमए के बीच 5 जनवरी को एक एमओयू साइन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि देश में बहुत से युवा, जो अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं. यह योजना उनके लिए काफी मददगार साबित होगी. वहीं एलएमए के कोऑर्डिनेटर देवेश अग्रवाल ने बताया कि इस एमओयू के तहत कॉमर्स विभाग में एंटरप्रेन्योर सेल की स्थापना की जाएगी, जहां कॉमर्स विद्यार्थियों के लिए सेमिनार और वर्कशॉप का आयोजन कराया जाएगा. इसके माध्यम से उन युवाओं को खास तौर पर मदद मिलेगी, जो लघु उद्योग व दीर्घ उद्योग शुरू करने की योजना बना रहे हैं.
वित्तीय सहायता की मिलेगी जानकारी
उन्होंने इसके तहत सरकार की उन सभी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी, जो जिसमें सरकार उद्योग शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है. जिससे कि भविष्य में विद्यार्थियों को पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी के लिए लाइनों में न खड़ा रहना पड़े.
स्टार्ट अप शुरू करने की दी जाएगी जानकारी
प्रो. अवधेश त्रिपाठी ने बताया कि इस योजना के तहत विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ व पढ़ाई के बाद अपना खुद का स्टार्ट अप कैसे शुरू करना है. इसके बारे में जानकारी दी जाएगी. जिन विद्यार्थी को अपना स्टार्टअप शुरू करने के लिए पैसे की जरूरत होगी. उनकी मदद के लिए उनके बिजनेस प्लान को सरकार की उन स्कीम के तहत जोड़ने का प्रयास किया जाएगा,जहां से बिजनेस के लिए पैसा मिल सके.
एंटरप्रेन्योरिअल रिसर्च में मिलेगी तमाम जानकारियां
विश्वविद्यालय में 14 दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट (एफडीपी) कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. यह कार्यक्रम 5 से 8 जनवरी के बीच आयोजित किया जाएगा. इसका उद्घाटन अपर मुख्य सचिव सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम डॉ. नवनीत सहगल करेंगे. कार्यक्रम का विषय एंटरप्रेन्योरिअल रिसर्च रखा गया है, जहां सरकार की तमाम योजनाओं जैसे एमएसएमई, ओडीओपी आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी.