लखनऊ: राजधानी में महिला कल्याण विभाग की ओर से मार्च माह में मिशन शक्ति के तहत होने वाले कार्यक्रमों का रोड मैप जारी किया गया. कार्ययोजना के मुताबिक 1 से 7 मार्च तक सभी जिलों के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की ऐसी महिलाओं की पहचान की जाएगी, जिन्होंने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाई हों. महिला कल्याण विभाग मिशन शक्ति के अंतर्गत समाज में बदलाव लाने वाली महिलाओं के संघर्ष की कहानियों का प्रचार-प्रसार किया जाएगा.
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महिला कल्याण विभाग के निदेशक और मिशन शक्ति के नोडल अधिकारी मनोज कुमार राय ने बताया कि 1 से 7 मार्च तक सभी जिलों के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की ऐसी महिलाओं की पहचान की जाएगी. जिनके प्रयासों ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव लाई हों. इसके साथ ही उन महिलाओं की कहानी अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का काम कर सके. इनमें वह महिलाएं भी शामिल हो सकती हैं, जिन्होंने महिलाओं और बच्चों के विकास, सुरक्षा और संरक्षण के लिए असाधारण कार्य की हों. इनमें महिला कल्याण और बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की प्रतिभावान, प्रेरक महिलाओं को भी शामिल किया जा सकता है.
महिलाओं की कहानियां आमंत्रित
महिला कल्याण विभाग ने इस तरह का सामाजिक बदलाव लाने वाली महिलाओं की कहानियों को आमंत्रित किया. ताकि इनकी कहानियों को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) पर मेगा इवेंट 'अनंता' के माध्यम से टीवी, रेडियो, टाक-शो, गोष्ठियों, समाचार पत्रों के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाया जा सके. महिला कल्याण विभाग ने मिशन शक्ति के तहत करीब 7.06 करोड़ लोगों को जागरूक किया है. इसमें 4 करोड़ 27 लाख 45 हजार 135 महिलाएं और 2 करोड़ 78 लाख 68 हजार 302 पुरुष शामिल हैं. नोडल अधिकारी का कहना है कि बहुत से क्षेत्रों में आज भी महिलाओं और बच्चों को भेदभाव और लैंगिक असमानता का शिकार होना पड़ता है, ऐसे में उनको उन स्थितियों से उबारने में प्रभावी संचार की बड़ी भूमिका है. इसी को ध्यान में रखते हुए यूनिसेफ के सहयोग से विशेष सामाजिक व्यवहार परिवर्तन संचार माड्यूल तैयार किया गया है.
प्रशिक्षण राज्य स्तर ऑनलाइन दी जाएगी
विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की मास्टर ट्रेनिंग एक से 10 मार्च के मध्य की जाएगी. इसमें हर जिले के बाल संरक्षण इकाई के एक-एक सदस्य, महिला शक्ति केंद्र से एक-एक सदस्य, हर जिले से चार-चार मुख्य सेविका को बैचवार प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह प्रशिक्षण राज्य स्तर पर ऑनलाइन दी जाएगी. मास्टर ट्रेनर अन्य विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को 10 से 31 मार्च के मध्य प्रशिक्षण प्रदान करेंगे. इसमें जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला शक्ति केंद्र, वन स्टॉप सेंटर, मुख्य सेविका और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को शामिल किया जाएगा.