लखनऊ: चुनाव आयोग से चुनावी रैलियां करने की अनुमति मिलने के बाद समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (SP President Akhilesh Yadav) एक बार फिर प्रदेश का माहौल गरमाते हुए चुनाव अभियान आगे बढाते हुए नजर आएंगे. सपा अध्यक्ष ने करीब 24 से अधिक चुनावी रैलियां करने की रणनीति बनाई है. इसके साथ ही अखिलेश यादव अपने चुनाव प्रचार अभियान को धार देंगे.
समाजवादी पार्टी से जुड़े नेताओं का कहना है कि पहले चरण के चुनाव में समाजवादी पार्टी चुनाव प्रचार ठीक ढंग से नहीं कर पाई. इसका सबसे बड़ा कारण कोरोना के चलते निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने बड़ी चुनावी रैलियों पर रोक लगाई थी. जब आयोग ने कुछ ढील दी तो अखिलेश यादव पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जमीन पर उतरे और चौधरी जयंत के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. अब जब चुनाव आयोग ने चुनावी रैलियों की अनुमति दे दी है तो पार्टी ने एक बेहतर रणनीति बनाई है. अब पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 24 से अधिक बड़ी चुनावी जनसभाएं करेंगे. साथ ही विजय रथ के माध्यम से समाजवादी पार्टी के चुनावी अभियान को आगे बढ़ाते हुए नजर आएंगे.
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने चुनावी कार्यक्रम करने की रूपरेखा भी तैयार कर ली है. दूसरे चरण से लेकर सातवें चरण तक होने वाले चुनाव को लेकर इन कार्यक्रमों को तय किया जा रहा है. अखिलेश यादव 9 फरवरी से दूसरे चरण से लेकर सातवें चरण में जिन जिलों में चुनाव हो रहे हैं, उनको लेकर बड़े कार्यक्रम करेंगे. सपा के जो सहयोगी गठबंधन वाले दल हैं उनके साथ भी संयुक्त रूप से चुनाव प्रचार करने की रूपरेखा तैयार की गई है. पश्चिम उत्तर प्रदेश में भी दूसरे चरण में होने वाले चुनाव को लेकर अखिलेश यादव जयंत चौधरी के साथ बड़ी चुनावी रैलियां भी करेंगे. जिससे प्रदेश में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए प्रचार किया जाए और उसका फायदा चुनाव में सपा को मिल सके.
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