लखनऊ: गर्मी में प्रदेशवासियों को बिजली संकट से जूझना न पड़े. इसके लिए पावर कारपोरेशन को यूपीनेडा का साथ मिलेगा. यूपीनेडा बिजली उत्पादन के लिए खास रणनीति तैयार कर रहा है. इसके तहत मऊ में प्लांट स्थापित किया जा रहा है, जिससे बिजली का उत्पादन होगा और यह गर्मी में लोगों को बिजली संकट से कुछ हद तक निजात दिलाने में कारगर भी साबित होगा. मऊ जिले के सरायसादी में पूर्व में स्थापित 100 किलोवॉट क्षमता के सोलर पॉवर प्लाण्ट के स्थान पर अब इसे 50 गुना बढ़ाकर यानी पांच मेगावॉट (5000 किलोवॉट) का सोलर पॉवर प्लाण्ट लगाया जाना प्रस्तावित है. इससे प्रदेश को सस्ती बिजली उपलब्ध होगी.
यूपीनेडा के निदेशक अनुपम शुक्ला ने बताया कि मऊ जिले के सरायसादी में 100 किलोवॉट सोलर पॉवर प्लाण्ट की स्थापना का शिलान्यास 1992 में तत्कालीन अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री, भारत सरकार कल्पनाथ राय ने किया था. यह सोलर पॉवर प्लाण्ट मार्च 1994 में बनकर तैयार हुआ. इस सोलर पॉवर प्लाण्ट की डिज़ाइन अवधि 15 वर्ष व बैट्री बैंक 10 वर्ष का था. यह सोलर पॉवर प्लाण्ट साल 2007 तक चलता रहा उसके बाद अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद बन्द हो गया.
अनुपम शुक्ला ने कहा कि अब लगभग 30 वर्षो के बाद यह पूरी तरह से कबाड़ हो गया है. अब उसी स्थान पर कबाड़ को दूर करते हुए इस सोलर पॉवर प्लांट की स्थापना कराई जाएगी. इसके निर्माण से क्षेत्र में औद्योगिक विकास की सम्भावना बढ़ेगी और वातावरण को प्रदूषण से भी मुक्ति मिलेगी. मऊ कार्बन उत्सर्जन को कम करने में सहायक होगा. इसकी फिर से शुरुआत होने से स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे.
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