लखनऊः उत्तर प्रदेश शासन ने समाज कल्याण विभाग के निदेशक बालकृष्ण त्रिपाठी को हटाकर पंचायती राज विभाग में विशेष सचिव बनाया है. वहीं पंचायती राज विभाग के विशेष सचिव राकेश कुमार को अब समाज कल्याण विभाग का नया निदेशक बनाया है. पिछले दिनों समाज कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव बीएल मीणा द्वारा समाज कल्याण निदेशक बालकृष्ण त्रिपाठी और अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार व अभद्र भाषा का प्रयोग किए जाने के चलते लगातार चल रहे विवाद और खींचतान को देखते हुए शासन ने ये तबादले किए हैं.
दुर्व्यवहार के चलते हुआ था हार्टअटैक
निदेशक समाज कल्याण बालकृष्ण त्रिपाठी के साथ प्रमुख सचिव बीएल मीणा द्वारा दुर्व्यवहार और अभद्र भाषा का प्रयोग किए जाने की वजह से निदेशक बालकृष्ण त्रिपाठी को हार्टअटैक हुआ और वह एक निजी अस्पताल में भर्ती कराए गए थे. निदेशक के समर्थन में समाज कल्याण निदेशालय के अधिकारी और कर्मचारियों ने प्रमुख सचिव बीएल मीणा के खिलाफ धरना प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार भी किया था. जिसके बाद रविवार देर रात शासन ने प्रमुख सचिव बीएल मीणा के खिलाफ कार्रवाई के स्थान पर निदेशक समाज कल्याण को ही उनके पद से हटाकर विशेष सचिव पंचायती राज विभाग बनाया है. जबकि पंचायती राज विभाग के विशेष सचिव राकेश कुमार को समाज कल्याण विभाग का नया निदेशक बनाया है.
नियुक्ति विभाग ने जारी किया आदेश
नियुक्ति विभाग द्वारा इस फेरबदल को लेकर आदेश जारी कर दिया गया है. नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग के अपर मुख्य सचिव मुकुल सिंघल ने ईटीवी भारत को फोन पर समाज कल्याण निदेशक को हटाने और उनकी जगह पर राकेश कुमार विशेष सचिव पंचायती राज विभाग को समाज कल्याण विभाग का नया निदेशक बनाए जाने की जानकारी दी है. वहीं उन्होंने बीएल मीणा पर कोई कार्रवाई आदि किये जाने के सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया.
मुख्य सचिव से भी की गई थी प्रमुख सचिव की शिकायत
सूत्रों का कहना है कि पंचम तल के अधिकारियों के संरक्षण की वजह से बीएल मीणा पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही. यही नहीं बीएल मीणा पिछले काफी समय से लगातार तमाम अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार और अभद्र भाषा का प्रयोग कर चुके हैं. इसके बावजूद शासन द्वारा उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. यही नहीं निदेशक समाज कल्याण के साथ जब उन्होंने गलत व्यवहार किया तो इसकी शिकायत मुख्य सचिव कार्यालय तक की गई. कई अधिकारी मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी से मिले थे, बावजूद इसके बीएल मीणा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी. जिसको लेकर अफसरों में नाराजगी भी है. वहीं अब अस्पताल में भर्ती निदेशक समाज कल्याण को ही हटा दिया गया है.
प्रमोटी आईएएस अधिकारियों में है नाराजगी
वहीं दूसरी तरफ नियुक्ति भाग के सूत्रों का कहना है कि प्रमुख सचिव बीएल मीणा की तरफ से समाज कल्याण निदेशक बालकृष्ण त्रिपाठी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने को लेकर नियुक्ति विभाग को पत्र भेजा गया था. जिसके बाद यह तबादला किया गया है और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी शुरू की जा रही है. जिसको लेकर प्रमोटी आईएएस अफसरों में नाराजगी भी है. प्रमोटी आईएएस अफसरों का कहना है कि सिर्फ उनके संवर्ग के ही अधिकारियों के साथ इस प्रकार का रवैया अपनाया जा रहा है. यह सब सर द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार और अभद्र भाषा का प्रयोग किए जाने के बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही, जबकि प्रमोटी आईएएस अफसर पर कार्रवाई की जा रही है.