लखनऊ: कश्मीर फाइल्स के नाम से बनी फिल्म विवादों में आ गई है. फिल्म के एक दृश्य पर शिया मुसलमानों ने कड़ी आपत्ति जताई है. शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गए एक दृश्य को शिया मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताया है. फ़िल्म बनाने वालों पर आरोप है कि शिया समुदाय के सर्वोच्च धर्मगुरु आयतुल्लाह ख़ुमैनी की तस्वीर को आतंकवाद से जोड़कर दिखाया गया है.
शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने इस फिल्म के ट्रेलर पर सख्त एतराज जताया है. मौलाना कल्बे जवाद का आरोप है कि कश्मीर फाइल के ट्रेलर में शिया समुदाय के सर्वोच्च धर्मगुरु आयतुल्लाह खुमैनी की तस्वीर को सुनियोजित रूप से आतंकवाद से जोड़कर दिखाया गया है, जो निंदनीय और गलत है. मौलाना कल्बे जावाद ने इस मामले में भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर से पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है.
मौलाना कल्बे जवाद ने पत्र में लिखा है कि इस फिल्म के माध्यम से शिया उलमा को बदनाम करने तथा ईरान और भारत के पुराने रिश्तो को प्रभावित करने की साजिश की गई है. इस फ़िल्म के ट्रेलर के माध्यम से यह दिखाने की कोशिश की गई है कि आयतुल्लाह खुमैनी के अनुयायी कश्मीर पंडितों के नरसंहार में शामिल रहे हैं, जो पूरी तरह से गलत और ऐतिहासिक तथ्यों के खिलाफ है. मौलाना कल्बे जवाद ने आरोप लगाया कि इस फिल्म के ट्रेलर के माध्यम से ईरान और भारत के बीच कड़वाहट पैदा करने के लिए एक सुव्यवस्थित वैश्विक साजिश रची जा रही है, इसलिए भारत सरकार को तत्काल संज्ञान लेते हुए फिल्म से आपत्तिजनक सामग्री को हटाने के लिए सख्त कदम उठाना चाहिए.
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शिया मुसलमानों का बड़ा संगठन ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी इस मामले में आपत्ति जताई है. बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी और मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने भी अपना बयान जारी करते हुए इस फिल्म में से आपत्तिजनक दृश्य हटाने की मांग की है. मौलाना यासूब अब्बास ने सरकार से मांग करते हुए कहा है कि शिया समुदाय की भावनाओं का सम्मान करते हुए इस फिल्म के बनाने वालों पर सख्त कार्रवाई करना चाहिए और आपत्तिजनक दृश्य तुरंत हटना चाहिए.
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