लखनऊः दो साल बाद सीनियर सिटीजन कोटा(Senior Citizen Quota) बहाल कर सकता है. साल 2020 में कोरोनाकाल के दौरान इस कोटे पर पाबंदी लगा दी गई थी. इसके बाद परिस्थितियां सामान्य हुईं हैं, तो इस कोटे को बहाल करने की मांग तेजी से उठी है. अब रेलवे की ओर से बंद की गई कई सेवाओं को बहाल करने पर विचार किया जा रहा है. ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन(All India Railwaymen's Federation) के जनरल सेक्रेटरी शिव गोपाल मिश्रा(General Secretary Shiv Gopal Mishra) ने कहा है कि अगले बजट सत्र में सीनियर सिटीजन कोटा बहाल करने का फैसला लिया जा सकता है.
कोरोनाकाल से पहले ट्रेनों में सफर के दौरान 60 साल से अधिक उम्र के पुरुषों को 40 फीसदी और 58 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को 50 फीसदी किराए में छूट मिलती थी, लेकिन कोरोना के दौरान रेलवे ने यह छूट समाप्त कर दी है, जो इतने माह बीतने के बावजूद अब तक शुरू नहीं हो पाई है. अब एक बार फिर रेलवे प्रशासन(Railway Administration) बुजुर्गों को मिलने वाले इस छूट को शुरू करने पर विचार कर रहा है. कोरोना काल के बाद रेलवे ने अभी तक स्पेशल कैटगरी में चार श्रेणी के दिव्यांग, 11 श्रेणी के मरीज और छात्रों की छूट को बहाल किया है.
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उम्र सीमा में की जा सकती है बढ़ोतरी
महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा(General Secretary Shiv Gopal Mishra)ने बताया कि दो दिन पहले रेलवे बोर्ड के साथ बैठक हुई थी. जानकारी दी गई है कि सीनियर सिटीजन के मामले को लेकर एक कमेटी गठित की गई है. यह कमेटी नये साल तक अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. उन्होंने बताया कि उम्र सीमा में बदलाव कर महिलाओं की उम्र 63 और पुरुषों की उम्र 65 साल की जा सकती है.
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