लखनऊ : लोकसभा सामान्य निर्वाचन के दौरान दूसरे चरण की आठ लोकसभा सीटों पर गुरुवार को सकुशल मतदान संपन्न हुआ. वहीं बुलंदशहर में बीजेपी प्रत्याशी भोला सिंह के पोलिंग बूथ के अंदर घुसने का मामला पूरे दिन सुर्खियों में रहा. इसके अलावा अमरोहा में बुर्का पहनकर गलत मतदान, फतेहपुर सीकरी में मतदान बहिष्कार का मामला भी सुर्खियों में बराबर बना रहा. इन सभी मुद्दों का आयोग ने संज्ञान लिया.
बुलंदशहर की घटना के बारे में प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकटेश्वर लू ने बताया कि बुलंदशहर की घटना को आयोग द्वारा उस समय तत्काल संज्ञान लिया गया और जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई. जिलाधिकारी ने प्रत्याशी को नजरबंद कर दिया था. वह पूरे दिन मतदान के दौरान नजरबंद थे. इसके अलावा निवर्तमान सांसद और बीजेपी प्रत्याशी भोला सिंह को नोटिस भी दिया गया है. वह अपने ऊपर लगे आरोपों पर स्पष्टीकरण देंगे. उनके जवाब को भारत निर्वाचन आयोग को भेजा जाएगा. फिर आयोग तय करेगा कि वह कितने दोषी हैं और उन पर क्या कार्रवाई की जाए.
अमरोहा में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बुर्के में आने वाली महिलाओं द्वारा गलत मतदान की शिकायत की थी, जिसे आयोग ने निराधार बताया. आयोग ने कहा कि हर मतदान केंद्र पर एक महिला कर्मी इसीलिए लगाई गई है कि वह घूंघट और बुर्के में आने वाली महिला मतदाताओं की पहचान कर सकें. बिना पहचान के किसी को भी मतदान करने की इजाजत नहीं दी जा रही है.
फतेहपुर सीकरी में कुछ गांव में मतदान का विरोध किया गया. इसके बारे में मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकटेश्वर लू ने कहा कि विकास के मुद्दे को लेकर कुछ गांव के लोगों ने मतदान करने से मना किया था. मौके पर पहुंचे एसडीएम और जिलाधिकारी के प्रयासों से कुछ जगहों पर लोगों ने मतदान किया और कुछ जगहों पर मतदान नहीं किया गया. इसे गंभीरता से लिया गया है कि आगे से इस प्रकार की चीजें न हों.
लखनऊ में गठबंधन प्रत्याशी पूनम सिन्हा के नामांकन के दौरान छायाकार के साथ पुलिस द्वारा की गई अभद्रता का मामला भी उठा. इस पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मामला संज्ञान में आते ही तत्काल पुलिस कप्तान और जिलाधिकारी से आयोग में बात कर दोषी पर कार्रवाई करने के मौखिक निर्देश दिए गए थे. इस पर पूरी रिपोर्ट मांगी गई है. दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.