लखनऊः प्रदेश भर में यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के बाद अब कॉपियों का मूल्यांकन आरंभ हो गया है. प्रदेश के बलिया और प्रयागराज जिले में बनाए गए मूल्यांकन केंद्रों पर सीसीटीवी की मदद से कड़ी निगरानी रखी जा रही है. कोरोना वायरस को लेकर शासन ने मूल्यांकन केंद्रों को सैनिटाइज करने के निर्देश दिए थे, लेकिन बलिया जिले में शासन के निर्देशों को ताक पर रखकर कॉपियों का मूल्यांकन किया जा रहा है.
बलिया में कोरोना वायरस को लेकर कोई व्यवस्था नहीं
यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के बाद अब कॉपियों का मूल्यांकन आरंभ हो गया है. बलिया जिले में चार मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं, जहां लगभग 6 लाख 50 हजार कॉपियों का मूल्यांकन होगा. शासन ने इन मूल्यांकन केंद्रों पर सैनेटाइजर और हैंडवॉश रखने के निर्देश दिए थे, लेकिन यहां पर कोई भी व्यवस्था नहीं दिखने को मिली. स्कूल की कक्षाओं के बैच पर बैठकर अध्यापक कॉपियों का मूल्यांकन कर रहे हैं, लेकिन उनके पास न तो कोई मास्क है और न ही इन परीक्षा केंद्रों को सैनिटाइज किया गया.
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प्रयागराज के मूल्यांकन केंद्रों पर नहीं दिखा कोरोना का असर
मंगलवार को यूपी बोर्ड की कॉपियों का मूल्यांकन करने का दूसरा दिन था. प्रयागराज जिले के मूल्यांकन केन्द्रों पर 16 मार्च से 25 मार्च तक मूल्यांकन कार्य कर लिया जाएगा. मूल्यांकन केंद्रों पर हर कमरे में सीसीटीवी के मदद से निगरानी की जा रही है. साथ ही वाइस रिकार्डर भी लगाया गया है. वहीं मूल्यांकन प्रबंधक देवेंद्र सिंह ने कहा कि शासन की तरफ से जारी निर्देश का सही से पालन किया जा है. मूल्यांकन में किसी तरह की गड़बड़ी न हो इसके लिए सतर्कता बरती जा रही है. कोरोना का असर मूल्यांकन केंद्रों पर नहीं दिखाई दिया.
मूल्यांकन केंद्रों में की गई व्यवस्था
माध्यमिक शिक्षा परिसद की सचिव नीना श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि मूल्यांकन कक्ष में परीक्षकों को कम से कम एक मीटर दूरी पर बैठने की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही सभी कमरों में डस्टबिन, सैनेटाइजर और पानी पीने के लिए डिस्पोजल ग्लास की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही किसी परीक्षकों को मूल्यांकन करते दौरान खासी, जुखाम, बुखार जैसे आदि समस्या हो तो उसे तत्काल रूप हॉस्पिटल भेजे जाने की भी व्यवस्था की गई है.