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AKTU में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और डाटा साइंसेज में बढ़ेंगी सीटें - कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय

एआई, मशीन लर्निंग और डाटा साइंस के लिए 85 संस्थानों में सीटें बढ़ेंगी और नई ब्रांच खुलेंगी. वहीं, संबद्ध संस्थानों की संख्या भी 770 से अधिक होगी.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 11, 2023, 5:35 PM IST

लखनऊ : डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) ने सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद संबद्धता व प्रवेश की प्रक्रिया को पूरा करने की तैयारी तेज कर दी है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने नए सत्र से 85 संस्थानों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, साइबर सिक्योरिटी व डाटा साइंस आदि की आधुनिक विषयों की नई ब्रांच व सीट बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इसे प्रदेश भर के इंजीनियरिंग संस्थानों में लगभग 10 हजार सीटें बढ़ेंगी. कुलपति प्रो. जेपी पांडे की अध्यक्षता में हुई संबद्धता समिति की बैठक में 90 संस्थाओं से आए सीट वृद्धि, सीट कटौती व नए ब्रांच शुरू करने के आवेदनों के प्रशिक्षण व स्थलीय निरीक्षण के रिपोर्ट के आधार पर संस्तुति दे दी है.

कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय ने बताया कि 'कई संस्थाओं ने मौजूदा इंडस्ट्री के डिमांड के अनुसार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डाटा साइंस व साइबर सिक्योरिटी जैसे नए विषयों की पढ़ाई शुरू करने के लिए कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव भेजा था. सभी कॉलेजों के प्रस्तावों के परीक्षण के बाद उन्हें मंजूरी दी गई है, इसमें कई कॉलेजों ने नई शाखा शुरू करने की, तो कई ने पुरानी शाखा के स्थान पर कोर्स को शुरू करने की अनुमति ली है. इससे नए सत्र में प्रदेश के संबद्ध संस्थाओं की संख्या 770 से अधिक हो गई है. कुलपति ने बताया कि एक तरफ जहां बीटेक एमबीए-एमसीए आदि विषयों में रजिस्ट्रेशन के बाद चॉइस फिलिंग 15-16 सितंबर से शुरू हो रही है, वहीं बी-फार्मा में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी 15 सितंबर से शुरू होगी.'



नए इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने का रास्ता खुला : प्रदेश में करीब पांच साल बाद एक बार फिर से इंजीनियरिंग संस्थानों को खोलने का रास्ता साफ हो गया है. ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) की सहमति के बाद एकेटीयू प्रशासन ने लखनऊ, ग्रेटर नोएडा और कानपुर में एक-एक प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने की सहमति शासन को भेजी है, वहीं शासन की ओर से गोंडा, बस्ती, मिर्जापुर व प्रतापगढ़ में नए राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में भी पढ़ाई शुरू करने की तैयारी चल रही है. इस तरह प्रदेश में नए सत्र में 7 नए इंजीनियरिंग कॉलेज भी खुलेंगे. करीब 5 साल पहले प्रदेश में इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने पर रोक लगा दी थी.

यह भी पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट से एकेटीयू को मिली राहत, प्रदेश के 750 कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया जल्द

यह भी पढ़ें : एकेटीयू की काउंसलिंग प्रक्रिया फिर से शुरू, ऑफिशियल वेबसाइट पर शेड्यूल अपलोड

लखनऊ : डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) ने सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद संबद्धता व प्रवेश की प्रक्रिया को पूरा करने की तैयारी तेज कर दी है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने नए सत्र से 85 संस्थानों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, साइबर सिक्योरिटी व डाटा साइंस आदि की आधुनिक विषयों की नई ब्रांच व सीट बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इसे प्रदेश भर के इंजीनियरिंग संस्थानों में लगभग 10 हजार सीटें बढ़ेंगी. कुलपति प्रो. जेपी पांडे की अध्यक्षता में हुई संबद्धता समिति की बैठक में 90 संस्थाओं से आए सीट वृद्धि, सीट कटौती व नए ब्रांच शुरू करने के आवेदनों के प्रशिक्षण व स्थलीय निरीक्षण के रिपोर्ट के आधार पर संस्तुति दे दी है.

कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय ने बताया कि 'कई संस्थाओं ने मौजूदा इंडस्ट्री के डिमांड के अनुसार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डाटा साइंस व साइबर सिक्योरिटी जैसे नए विषयों की पढ़ाई शुरू करने के लिए कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव भेजा था. सभी कॉलेजों के प्रस्तावों के परीक्षण के बाद उन्हें मंजूरी दी गई है, इसमें कई कॉलेजों ने नई शाखा शुरू करने की, तो कई ने पुरानी शाखा के स्थान पर कोर्स को शुरू करने की अनुमति ली है. इससे नए सत्र में प्रदेश के संबद्ध संस्थाओं की संख्या 770 से अधिक हो गई है. कुलपति ने बताया कि एक तरफ जहां बीटेक एमबीए-एमसीए आदि विषयों में रजिस्ट्रेशन के बाद चॉइस फिलिंग 15-16 सितंबर से शुरू हो रही है, वहीं बी-फार्मा में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया भी 15 सितंबर से शुरू होगी.'



नए इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने का रास्ता खुला : प्रदेश में करीब पांच साल बाद एक बार फिर से इंजीनियरिंग संस्थानों को खोलने का रास्ता साफ हो गया है. ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) की सहमति के बाद एकेटीयू प्रशासन ने लखनऊ, ग्रेटर नोएडा और कानपुर में एक-एक प्राइवेट इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने की सहमति शासन को भेजी है, वहीं शासन की ओर से गोंडा, बस्ती, मिर्जापुर व प्रतापगढ़ में नए राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में भी पढ़ाई शुरू करने की तैयारी चल रही है. इस तरह प्रदेश में नए सत्र में 7 नए इंजीनियरिंग कॉलेज भी खुलेंगे. करीब 5 साल पहले प्रदेश में इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने पर रोक लगा दी थी.

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