लखनऊ: राजधानी के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय के फिटनेस ग्राउंड पर स्कूली वाहनों की फिटनेस चेकिंग कराई गई. स्कूली वाहनों में हो रही लापरवाही पर एआरटीओ प्रशासन की सख्ती का साफ असर नजर आ रहा है. अब ज्यादातर स्कूली वाहन चालक फिटनेस ग्राउंड पर मानकों का पालन करने के बाद ही स्कूली वाहनों के साथ पहुंच रहे हैं.
इस दौरान जिन स्कूली वाहनों में मानकों का उल्लंघन हो रहा है, उन्हें फिटनेस प्रमाण पत्र मिलना तो दूर उन पर कार्रवाई की तैयारी जरूर हो रही है. रविवार को आरटीओ कार्यालय के फिटनेस ग्राउंड पर 225 स्कूली बस तो 170 स्कूली वैन फिटनेस कराने पहुंचे.
इनमें से ज्यादातर वाहनों में सीट बेल्ट, जीपीआरएस, सीसीटीवी कैमरा और इमरजेंसी अलार्म से लैस पाए गए. हालांकि वाहनों में इमरजेंसी के दौरान आपातकालीन खिड़की को तोड़ने के लिए जरूरी उपकरण मौजूद नहीं मिले. इसको लेकर अधिकारियों ने वाहन स्वामियों को वार्निंग दी है.वाहन स्वामियों को हर हाल में स्कूली बस और वैन में हथौड़ी रखने की व्यवस्था करने को कहा गया, जिन वाहनों में फायर एक्सटिंग्विशर नहीं था या मानक के मुताबिक अग्निशमन उपकरण नहीं थे, उन सभी वाहनों को भी मानकों के मुताबिक फायर एक्सटिंग्विशर लगाने के निर्देश दिए गए.
इस दौरान सभी वाहनों का भौतिक निरीक्षण किया गया, जिसमें से लगभग 80 फीसद वाहन परिवहन विभाग की नियमावली का पालन करते हुए मिले, जबकि 10 से 15 फीसद वाहनों में जरूरी मानक पूरे नहीं पाए गए. ऐसे वाहनों की रिपोर्ट एआरटीओ प्रवर्तन को भेज दी गई है. अब इन वाहनों पर कार्रवाई की जाएगी.
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फिटनेस ग्राउंड पर रविवार को विभिन्न स्कूलों की 225 स्कूली बसें और 170 स्कूली वैन पहुंचे. सभी वाहनों का बारीकी से भौतिक निरीक्षण किया गया. इनमें से जिन वाहनों में कमी पाई गई उनकी रिपोर्ट तैयार कर एआरटीओ प्रवर्तन को कार्रवाई के लिए भेजी गई है.
संजय गुप्ता, आरआई, लखनऊ