लखनऊ: आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) पर तंज कसा. संजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी अपनी कुर्सी बचाने के लिए इतने बेबस और लाचार नजर आ रहे हैं कि आपका नाम 'घुटना टेक मुख्यमंत्री' रख देना चाहिए. इसे लेकर मुख्यमंत्री सोशल मीडिया पर उपहास का पात्र बन रहे हैं. मुख्यमंत्री जी अभी मौका है, मजाक बनने से बचिए. इतने अपमान से अच्छा है कि आप मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दीजिए, जिससे प्रदेश का काम आगे बढ़ सके.
खुशी दुबे की मां ने जताई बेटी की हत्या की आशंका
संजय सिंह की मौजूदगी में कानपुर देहात के चर्चित बिकरू कांड (bikru case) में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे की मां गायत्री तिवारी ने बेटी की हत्या की आशंका जताई. पत्राकारों से बातचीत के दौरान गायत्री तिवारी ने कहा कि बेटी खुशी को रिहा किया जाए. उन्होंने कहा कि 11 महीने में उनकी बेटी अधमरी हो गई है. जेल में पता नहीं उसके साथ क्या किया गया, उसको खून की उल्टी होती है. वहीं, संजय सिंह ने कहा कि परिवार को आशंका है कि खुशी की कहीं हत्या न कर दी जाए, इसलिए माता जी को यहां बुलाया, जिससे कि उनकी आवाज योगी सरकार के कानों तक पहुंचे. संजय सिंह ने कहा कि जब सरकार पर बन आती है तो बेबस नजर आने वाले घुटनाटेक मुख्यमंत्री खुशी दुबे के लिए ताकतवर बन जाते हैं. अमर दुबे की मां, हीरू दुबे की मां, विकास की नौकरानी रेखा अग्निहोत्री और उसके ढाई साल के बच्चे को जेल भेजकर अपनी ताकत दिखाते हैं.
नाबालिग खुशी दुबे पर लगाए गए गिरोह चलाने के आरोप
वहीं, ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राहुल त्रिपाठी ने कहा कि विकास दुबे के दबाव में तीन दिन पहले अमर से ब्याही गई नाबालिग खुशी दुबे भला कैसे गैंग चला सकती है. जब मामले ने मीडिया में तूल पकड़ा तो वहां के तत्कालीन एसएसपी ने बयान दिया कि खुशी निर्दोष है और उसको छोड़ दिया जाएगा. इसके बाद भी खुशी दुबे 11 महीने से जेल में यातनाएं झेल रही है. जिस खुशी दुबे को खुद तत्कालीन एसएसपी ने निर्दोष बताया था उस पर हत्या से लेकर विस्फोटक अधिनियम तक का मुकदमा दर्ज कर दिया गया. उस पर 17 धाराएं लगा डालीं.
यह भी पढ़ें-बीजेपी नेता के बोल- डॉक्टर कोरोना को उतना ही जानते हैं, जितनी सोनिया गांधी हिंदी
गरीबों पर ही ताकत दिखाते हैं मुख्यमंत्री
संजय सिंह ने कहा कि पिछले पंद्रह दिन से अपनी सरकार बचाने के लिए दर-दर घूमकर मिन्नते करने में जुटे यूपी के 'घुटना टेक मुख्यमंत्री' गरीबों पर ही अपनी ताकत दिखाते हैं. उनके खिलाफ कोई आवाज उठाए तो उस पर मुकदमा दर्ज करके उसे जेल में सड़ा देते हैं, लेकिन जब उनकी सरकार जाने की बात है तो उनकी हालत उस स्कूली बच्चे सी हो जाती है, जो कोई गलती होने पर कान पकड़कर शिक्षक से माफी मांगता रहता है.
कई दिनों से ठप है यूपी में कामकाज
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि पंद्रह दिन से उत्तर प्रदेश में भाजपा और योगी आदित्यनाथ का पूरा वक्त लड़ाई झगड़े में बीत रहा है. देश के सबसे बड़े सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कभी अमित शाह तो कभी प्रधानमंत्री या बीएल संतोष आदि अन्य नेताओं के यहां घुटना टेक रहे हैं. वह अपनी कुर्सी बचाने के लिए दर-दर मिन्नतें करते फिर रहे हैं. योगी आदित्यनाथ आप खुद को महाराज कहलवाते हैं. मैंने वह दौर भी देखा है जब गोरखपुर के मठ में प्रधानमंत्री आते थे.
कई लोगों ने ली पार्टी की सदस्यता
संजय सिंह ने कहा कि पिछले दिनों हमने गंगा और गोमती में प्रदूषण का मुद्दा उठाया. पर्यावरणविद डॉ. संजय चौधरी इससे प्रभावित होकर पार्टी से जुड़ रहे हैं. इस मौके पर उनके साथ डॉ. प्रवीन, अमित श्रीवास्तव, सुशील तिवारी, कमल कपूर, मनोज शाश्वत, चंद्रभान सिंह सहित कई लोगों ने पार्टी सदस्यता ग्रहण की.