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नमामि गंगे परियोजना में हजारों करोड़ रुपये का हुआ बंदरबांटः संजय सिंह

आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने शनिवार को आरोप लगाया कि नमामि गंगे परियोजना (Namami Gange Pariyojna) में हजारों-करोड़ का बंदरबांट किया गया. 28 हजार करोड़ की परियोजना में से सिर्फ 8 हजार करोड़ ही खर्च किए गए. इसको लेकर हुई सिर्फ एक मीटिंग में ही 43 लाख रुपये खर्च किए गए. नतीजा गंगा और भी मैली होती चली गई.

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नमामि गंगे परियोजना में बंदरबांट.
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Published : Jun 5, 2021, 7:53 PM IST

लखनऊः आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने नमामि गंगे परियोजना में बीजेपी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. संजय सिंह का कहना है कि नमामि गंगे परियोजना (Namami Gange Pariyojna) में हजारों, करोड़ों का बंदरबांट किया गया है. पर्यावरण दिवस पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए संजय सिंह ने कहा कि काशी में जहां गंगा पर लोगों की अपार श्रद्धा है. वहां की अविरलता को खत्म करने की साजिश की जा रही है. व्यवसायिक लाभ के लिए गंगा के सीने को चीर कर तीस मीट चौड़ी नहर निकाली जा रही है. जिस स्थान पर खुदाई हो हो रही है. वहां गंगा के पानी का रंग बदल गया है.

नमामि गंगे परियोजना में बंदरबांट का आरोप.

काम नहीं सिर्फ बैठक हुई

गंगा पुत्र प्रोफेसर बीएन मिश्रा का वीडियो दिखाकर संजय सिंह ने काशी में गंगा के हालात पर चिंता व्यक्त की और कहा कि गंगा नदी के नहरीकरण का कार्य तुरंत रोका जाना चाहिए. इससे गंगा नदी का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा. संजय सिंह ने कहा कि गंगा की सफाई के लिए कोई कार्य नहीं हुआ, सिर्फ बैठक की हुई. अभी तक नमामि गंगे कमेटी की अमरोहा में 3, बदायूं और बलिया में 13, भदोही में 8, बिजनौर में 3, चंदौली में 7, इटावा में 0, फर्रुखाबाद में 12, फतेहपुर में 3, हापुड़ में 9, हरदोई में 5, मुजफ्फरनगर में 0 तथा प्रयागराज में 1 और वाराणसी में 13 मीटिंग हुई हैं. कानपुर में जिस स्थान पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सेल्फी ली थी, वहां गंगा की हालत बहुत खराब है.

इसे भी पढ़ें- उन्नाव: नमामि गंगे घाट पर नहीं पहुंची गंगा यात्रा, तैयारियों में बह गए लाखों रुपये

हाईकोर्ट कह रहा है गंगा का पानी पीने योग्य नहीं

संजय सिंह ने कहा कि नमामि गंगे योजना दिखावा मात्र है. इसे सिर्फ हिंदुओं का वोट लेने के लिए शुरू किया गया था. सरकार आस्था के नाम पर खिलवाड़ कर रही है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खुद कहा है कि गंगा का पानी पीने योग्य नहीं है.

फिर उठाया खुशी दुबे का मामला

संजय सिंह ने शनिवार को फिर अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को हिरासत में रखने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि खुशी दुबे जिंदगी और मौत से जूझ रही है. उसका कसूर सिर्फ इतना है कि 15 दिन पहले उसकी बिकरू कांड के आरोपी अमर दुबे से शादी हुई थी. तत्कालीन एसपी ने कहा था कि वह निर्दोष हैं. इसके बावजूद उसे रिहा नहीं किया गया. किसी निर्दोष को जबरन 10 महीने से अधिक जेल में रखना प्रतिशोध की मानसिकता है.

इसे भी पढ़ें- कानपुर: 'नमामि गंगे परियोजना' के विविध आयामों की पीएम मोदी ने की समीक्षा

किया जा रहा है पूर्व आईएएस, एसपी सिंह का उत्पीड़न

संजय सिंह ने कहा कि ईमानदार आईएएस अधिकारी रहे सूर्य प्रताप सिंह का उत्पीड़न किया जा रहा है. शनिवार को फिर उन्नाव के पुलिस उनके आवास पर पहुंची और चार-पांच घंटे से पूछताछ करती रही. योगी सरकार ने उन पर तीन-तीन देशद्रोह के केस लगा दिए हैं. आम आदमी पार्टी के लीगल सेल के अध्यक्ष जेपी शुक्ला ने कहा कि प्रदेश में अघोषित इमरजेंसी लगी हुई है.

लखनऊः आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने नमामि गंगे परियोजना में बीजेपी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. संजय सिंह का कहना है कि नमामि गंगे परियोजना (Namami Gange Pariyojna) में हजारों, करोड़ों का बंदरबांट किया गया है. पर्यावरण दिवस पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए संजय सिंह ने कहा कि काशी में जहां गंगा पर लोगों की अपार श्रद्धा है. वहां की अविरलता को खत्म करने की साजिश की जा रही है. व्यवसायिक लाभ के लिए गंगा के सीने को चीर कर तीस मीट चौड़ी नहर निकाली जा रही है. जिस स्थान पर खुदाई हो हो रही है. वहां गंगा के पानी का रंग बदल गया है.

नमामि गंगे परियोजना में बंदरबांट का आरोप.

काम नहीं सिर्फ बैठक हुई

गंगा पुत्र प्रोफेसर बीएन मिश्रा का वीडियो दिखाकर संजय सिंह ने काशी में गंगा के हालात पर चिंता व्यक्त की और कहा कि गंगा नदी के नहरीकरण का कार्य तुरंत रोका जाना चाहिए. इससे गंगा नदी का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा. संजय सिंह ने कहा कि गंगा की सफाई के लिए कोई कार्य नहीं हुआ, सिर्फ बैठक की हुई. अभी तक नमामि गंगे कमेटी की अमरोहा में 3, बदायूं और बलिया में 13, भदोही में 8, बिजनौर में 3, चंदौली में 7, इटावा में 0, फर्रुखाबाद में 12, फतेहपुर में 3, हापुड़ में 9, हरदोई में 5, मुजफ्फरनगर में 0 तथा प्रयागराज में 1 और वाराणसी में 13 मीटिंग हुई हैं. कानपुर में जिस स्थान पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सेल्फी ली थी, वहां गंगा की हालत बहुत खराब है.

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हाईकोर्ट कह रहा है गंगा का पानी पीने योग्य नहीं

संजय सिंह ने कहा कि नमामि गंगे योजना दिखावा मात्र है. इसे सिर्फ हिंदुओं का वोट लेने के लिए शुरू किया गया था. सरकार आस्था के नाम पर खिलवाड़ कर रही है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खुद कहा है कि गंगा का पानी पीने योग्य नहीं है.

फिर उठाया खुशी दुबे का मामला

संजय सिंह ने शनिवार को फिर अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को हिरासत में रखने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि खुशी दुबे जिंदगी और मौत से जूझ रही है. उसका कसूर सिर्फ इतना है कि 15 दिन पहले उसकी बिकरू कांड के आरोपी अमर दुबे से शादी हुई थी. तत्कालीन एसपी ने कहा था कि वह निर्दोष हैं. इसके बावजूद उसे रिहा नहीं किया गया. किसी निर्दोष को जबरन 10 महीने से अधिक जेल में रखना प्रतिशोध की मानसिकता है.

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किया जा रहा है पूर्व आईएएस, एसपी सिंह का उत्पीड़न

संजय सिंह ने कहा कि ईमानदार आईएएस अधिकारी रहे सूर्य प्रताप सिंह का उत्पीड़न किया जा रहा है. शनिवार को फिर उन्नाव के पुलिस उनके आवास पर पहुंची और चार-पांच घंटे से पूछताछ करती रही. योगी सरकार ने उन पर तीन-तीन देशद्रोह के केस लगा दिए हैं. आम आदमी पार्टी के लीगल सेल के अध्यक्ष जेपी शुक्ला ने कहा कि प्रदेश में अघोषित इमरजेंसी लगी हुई है.

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