लखनऊः पंचायत चुनाव और ब्लॉक प्रमुख पद के नामांकन के दौरान हुई धांधली और हिंसा के विरोध में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) 11 जुलाई को प्रदेश के सभी जिला और ब्लॉक मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन कर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेगी. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से धरना-प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया है.
प्रदेश अध्यक्ष की तरफ से सभी जिला अध्यक्ष, महानगर अध्यक्ष और अन्य पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों को 11 जुलाई को जिला, ब्लॉक, और महानगर के मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किए जाने के निर्देश दिए हैं. पार्टी नेता मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल को जिला प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन सौंपने का निर्देश दिया है. सपा कार्यकर्ता ज्ञापन के माध्यम से पंचायत चुनाव के दौरान धांधली और हिंसा सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी द्वारा कराए जाने की बात कहेंगे.
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वहीं, समाजवादी युवजन सभा के राष्ट्रीय महासचिव मनीष सिंह ने कहा कि आए दिन डीजल-पेट्रोल की बढ़ती किमतों से आम आदमी की परेशानियां दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. सरकार महंगाई पर काबू पाने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है. देश में जब सत्ता परिवर्तन हुआ तो अहम मुद्दा महंगाई था. इसको लेकर तत्कालीन यूपीए सरकार को भाजपा के नेताओं ने लगातार निशाना बनाया. जिसका फल उन्हें 2014 के लोकसभा चुनावों में सत्ता में वापसी करके मिला. लेकिन सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार महंगाई के मुद्दे पर लगातार फेल होती जा रही है. 2019 में दूसरी बार भाजपा सरकार बनने के बाद डीजल-पेट्रोल, सीएनजी गैस, एलपीजी गैस, खाने में सरसों का तेल, रिफाइण्ड तेल के दाम लगभग दोगुने बढ़े हैं. मोदी सरकार की कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है. विश्व बाजार में कच्चे के तेल की कीमत इतनी सस्ती होने के बावजूद भी सरकार आम नागरिक से बड़ी मात्रा में टैक्स वसूल रही है.