लखनऊः घरेलू गैस, डीजल और पेट्रोल के दामों में हो रही बढ़ोत्तरी को लेकर आरएलडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने दामों हो रही बढ़ोत्तरी को जनता के साथ विश्वासघात बताया है. आरएलडी नेता ने कहा कि सरकार की मनमानी की वजह से घरेलू गैस, डीजल और पेट्रोल के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. रोजाना डीजल, पेट्रोल के दामों में बढ़ोत्तरी होने से भाड़ा महंगा हो रहा है. जिससे रोजमर्रा के सामान के दाम भी बढ़ रहे हैं, इसकी मार आम जनता झेल रही है.
सरकार की गलत नीतियों से बढ़ रही महंगाई
उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों की वजह से महंगाई ने कोहराम मचा रखा है. गरीब आदमी की थाली में अब नमक रोटी ही बची है. सरसों का तेल दूर जा चुका है. सिलेंडर, पेट्रोल और डीजल की कीमतें उफान पर हैं. मध्यम वर्ग पर महंगाई की कड़ी मार है. कोरोना से जूझ रहे लोगों का महंगाई ने गरीबी में आटा गीला कर दिया है. इसके बावजूद सरकार बड़ी-बड़ी बातें कर रही है. पेट्रोलियम पदार्थों के बढ़ने के मुद्दे पर केंद्र सरकार इसे तेल उत्पादक देशों के बढ़ाए दाम का उलाहना देती है. उनका कहना है कि उत्पादक देश उपभोक्ता देशों के साथ अन्याय कर रहे हैं. लेकिन केंद्र या राज्य की सरकारों को ये भी बताना चाहिए कि वे डीजल और पेट्रोल पर कितना टैक्स ले रहे हैं.
'बढ़े हुए दाम वापस ले सरकार'
राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि सुरसा की तरह बढ़ती महंगाई ने केंद्र सरकार के रामराज्य के दावों पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है. निजी स्कूलों में शिक्षा महंगी हो गयी है. पूर्व की सरकारों के समय महंगे सिलेंडर, डीजल और पेट्रोल के दामों पर सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने वाले बीजेपी के उन नेताओं को अपनी सरकार में महंगाई नजर नहीं आ रही है. वे महंगाई के बढ़ने पर चुप्पी साधे हैं, उन्होंने मांग की है कि केंद्र सरकार पेट्रोल, डीजल और गैस के दामों में हुई भारी बढ़ोत्तरी को तत्काल वापस ले.