लखनऊ : राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन 2023 के लिए राष्ट्रीय लोक दल के चुनाव निशान हैंडपंप को केवल प्रत्याशियों के लिए सभी सीटों पर आरक्षित करने का अनुरोध किया है. अब गेंद चुनाव आयोग के पाले में है कि हैंडपंप सिंबल पार्टी के पास ही रहने दे या फिर सिंबल जब्त कर आरएलडी को दूसरा सिंबल आवंटित कर दे.
गौरतलब है कि केंद्रीय चुनाव आयोग ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस और एनसीपी का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खत्म कर दिया तो आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया है. इन सबके बीच राष्ट्रीय लोकदल का राज्य स्तरीय पार्टी का दर्जा भी खत्म कर दिया. अब उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोक दल क्षेत्रीय पार्टी न होकर महज एक पंजीकृत गैर राजनीतिक दल बचा है. ऐसे में अगर चुनाव आयोग चाहे तो राष्ट्रीय लोक दल का चुनाव चिन्ह हैंडपंप तत्काल वापस ले सकता है और किसी अन्य को आवंटित कर सकता है. ऐसे में चुनाव चिन्ह जब्त हो इससे पहले ही आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर पार्टी का चुनाव निशान बरकरार रखने की अपील की है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोक दल के वर्तमान में नौ विधायक हैं और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी राज्यसभा सांसद हैं. निकाय चुनाव से पहले क्षेत्रीय पार्टी का दर्जा खत्म होने से राष्ट्रीय लोकदल पर बड़ा असर पड़ सकता है, इसीलिए आरएलडी मुखिया ने निर्वाचन आयोग से चुनाव चिन्ह वापस न लेने का आग्रह किया है.
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