लखनऊ: भारतीय रेलवे की पंचलाइन है, आपकी यात्रा मंगलमय हो. इसलिए यात्रियों को सफर में किसी तरह की दिक्कत न हो इसे लेकर रेलवे कर्मचारी दिन रात काम में जुटे रहते हैं. खासकर पटरियों पर काम करने वाले पेट्रोलमैन. ठंड में रात 11 से सुबह सात बजे तक पटरियों की जांच करते हैं. उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के ऐसे 486 पेट्रोलमैन को जैकेट एवं परिधान उपलब्ध कराए जा रहे हैं. रेट्रो रिफ्लेक्टर टेप जैकेट और जीपीएस से लैस होंगे जिससे ठंड और कोहरे के बीच पेट्रोलमैन पर कंट्रोल रूम से नजर रखी जा सके और दूर से पेट्रोलमैन पहचाने जा सकें.
रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप जैकेट से पहने पेट्रोल मैन 486 पेट्रोलमैन करते हैं रात-दिन मेहनतउत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक जगतोष शुक्ला बताते हैं कि रेलपथों के निरीक्षण एवं अनुरक्षण का कार्य 486 पेट्रोलमैनो के द्वारा दिन-रात संपन्न किया जाता है. जहां पेट्रोलमैन कड़ाके की ठंड, भीषण गर्मी एवं मूसलाधार बारिश में लगातार परटरियों पर नजर रखते हैं. ऐसे में पेट्रोलमैन की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा इन कर्मियों को उच्चस्तरीय जैकेट एवं परिधान उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की गई है.
रात में पटरियों की जांच करते पेट्रोल मैन रेलवे क्रासिंग पर लगाया गया रेट्रो टेपरेल संरक्षा के दृष्टिकोण से मंडल के सभी रेलवे क्रासिंग पर भी रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप लगाया गया है. जिससे दूर से ही वाहन चालकों को पता लग जाए कि आगे रेलवे क्रासिंग है. इससे हादसे होने की संभावना कम रहती है. रेलवे के अधिकारी समय-समय पर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हैं. खामियां पाए जाने पर उन्हें दुरुस्त करने के निर्देश पर जारी करते हैं.