लखनऊ: यूपी में स्वास्थ्य विभाग की सुविधाओं को और भी ज्यादा बेहतर बनाने के लिए नौ नए मेडिकल कॉलेजों का अक्टूबर 2021 में पीएम मोदी ने लोकार्पण किया था. वहीं, दिसंबर 2021 में इन मेडिकल कॉलेजों में आउट सोर्सिंग के जरिए स्टाफ की भर्ती का विज्ञापन निकाला गया था. इलके बावजूद इन पदों पर अब तक भर्ती की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है. जबकि इसमें में पांच मैन पावर कंपनियों का चयन किया गया है.
जानकारी के मुताबिक नर्सिंग सर्विस, लैब टेक्नीशियन, एनस्थीसिया टेक्निशियन, रेडिएशन साइंस टेक्निशियन, रेडियोलॉजी टेक्निशियन, मेडिकल सोशल वर्कर, फिजियोथैरेपिस्ट, मल्टीपरपज वर्कर (जनरल), मल्टीपरपज वर्कर (हेल्थ वार्ड ब्वॉय) ट्रांसपोर्ट ऑपरेशन एंड मैनेजमेंट, मिनिस्टीरियल एंड सेक्रेटीरियल असिस्टेंट पद पर भर्ती होनी है. हर कॉलेज के 375 पद तय किए गए हैं. ऐसे में कुल 3,375 कर्मी भर्ती किए जाएंगे. इसके लिए दिसंबर 2021 में ही विज्ञापन निकाला और आवेदन की अंतिम तिथि 20 दिसंबर तय की गई थी. इसके बावजूद इसके अभी तक भर्ती नहीं हो सकी.
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चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डॉ. एनसी प्रजापति का कहना है कि मेडिकल कॉलेजों की भर्ती में अड़चन आई है. इसको लेकर शासन को पत्र लिखा गया है. शीघ्र ही इस मसले का निस्तारण हो जाएगा. गौरतलब है कि यूपी में नौ नए मेडिकल कॉलेज खुले हैं. इन मेडिकल कॉलेजों में एकेडमिक ब्लॉक और नए कैंपस बनाए गए है. हॉस्पिटल ब्लॉक के लिए पहले से संचालित जिला अस्पताल को अपग्रेड किया गया है. साथ ही इन मेडिकल कॉलेज में 300 से लेकर 350 बेड की क्षमता है. इसके चलते चिकित्सा शिक्षा विभाग में 2970 बेड बढ़ गए हैं. यहां एमबीबीएस के छात्रों की भी पढ़ाई शुरू हो गई है.
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