लखनऊ: बेरोजगारी देश के युवाओं के लिए एक अहम मुद्दा है, जिसको लेकर लगातार केंद्र सरकार नई घोषणाएं करती रहती है. इसके साथ ही राज्य सरकार भी बेरोजगारी को देखते हुए लोगों को वित्तीय सहायता देने के साथ ही नई नौकरियों के लिए आवेदन निकालती रहती हैं, लेकिन 24 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां आंकड़े चिंताजनक हैं.
दरअसल उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी की दर साल 2018 के मुकाबले 2019 में बढ़ी है, जिसे लेकर विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर सरकार को घेरता रहता है. वहीं विपक्षी पार्टियों का भाजपा पर आरोप है कि बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार जनता से किए गए वायदों से मुकर गई है.