लखनऊ: समुद्री तटीय इलाकों में तबाही मचा रहे चक्रवाती तूफान तौकते का असर यूपी के कई इलाकों में रहा. प्रचंड गर्मी के बीच मई माह में सावन के महीने का एहसास हुआ. तीन दिन तक बारिश की फुहारें और ठंडी हवाएं चलती रहीं. ये बारिश मैदानी इलाकों के लिए अच्छी रही. खासकर यूपी में गर्मी से लोगों को राहत मिली तो वहीं बागानों के लिए ये बारिश वरदान साबित हुई. मंगलवार रात से शुरू हुई बारिश से पेड़ों के रोग धुल दिए. रिमिझिम फुहारों के साथ ही बुधवार को झमाझम बारिश देख किसान खुश हो गए.
बारिश से बागवान खुश
मंगलवार से कहीं तेज तो कहीं धीमी फुहारों के बीच शुरू हुई बारिश से किसानों को काफी लाभ हुआ. किसानों की खेत में पल रही धान की पौध के लिए काफी लाभदायक सिद्ध हुई. साथ ही जैद की फसल ज्वार और मक्के की फसल को काफी फायदा मिला है. वहीं आम की फसल में जाला कीट सहित विभिन्न प्रकार के रोगों ने पैर पसारना शुरू कर दिए थे, जिस कारण आम की फसल प्रभावित हो रही थी. लिहाजा ये बारिश उन बागवानों के लिए भी काफी लाभदायक सिद्ध हुई है.
किसानों की माने तो पानी की कमी के कारण आम पर विभिन्न प्रकार के रोगों के पनपने की शुरुआत हो चुकी थी, लेकिन बारिश ने फिलहाल किसानों को काफी राहत पहुंचायी है. वहीं खेतों में जानवरों के लिए तैयार हो रहे हरे चारे और आम की पौध के लिए काफी प्रभावी सिद्ध हुई. बारिश के साथ ही नर्सरियों में पल रही कलम को भी काफी राहत मिली है.
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कीट पतंगे का होगा खात्मा
बागवान कृष्णमोहन पांडेय और पुरवा निवासी संजय सिंह निवासी ने बताया की तेज बारिश के साथ ही फलपट्टी के बागों के साथ ही धान और मक्के के लिए बारिश औषधि सिद्ध हुई है. आम के बागों में शुरू हुआ जाला कीट रोग के लिए ये बारिश जहर साबित होगी. डॉ. राजीव वर्मा ने बताया कि इस समय आम के बागों में पानी की अधिक आवश्यकता थी. इस बारिश से जो कीट पतंगे आम के पेड़ों में लगने शुरू हुए थे, उनका खात्मा हो जाएगा. बारिश होने से जहां मौसम सुहावना हुआ है. वहीं आम सहित अन्य फसलों के लिए यह बारिश बहुत लाभप्रद होगी.