लखनऊ: ट्रेन में भले ही महिलाएं अकेले सफर क्यों न कर रही हों, लेकिन उन्हें सुरक्षा का एहसास हो जाए तो इससे बेहतर भला क्या हो सकता है. महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) ने 'मेरी सहेली स्क्वायड' का गठन किया है. यह स्क्वायड महिला यात्रियों से ट्रेन के अंदर उनकी सुरक्षा और उनकी समस्या से संबंधित सवाल पूछेगी. जिस तरह की भी सहायता की जरूरत होगी उस तरह की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी. निश्चित तौर पर इससे महिलाएं सफर के दौरान खुद को सुरक्षित महसूस करेंगी.
सेफ्टी को ध्यान में रखकर किया गया गठन
आरपीएफ महिला कांस्टेबल महिला रेल यात्रियों से उनकी सहेली बनकर समस्याएं पूछती नजर आएंगी. आरपीएफ की ओर से महिला रेल यात्रियों की सिक्योरिटी और सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए 'मेरी सहेली स्क्वायड' टीम का गठन किया गया है. पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ जंक्शन आरपीएफ के पोस्ट प्रभारी राजेश कुमार के मुताबिक आरपीएफ द्वारा ट्रेनों में अकेली यात्रा कर रहीं महिलाओं में सुरक्षा एवं आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए 'मेरी सहेली स्क्वायड' टीम का गठन किया गया है.
अकेले सफर कर रहीं महिला यात्रियों पर खास ध्यान
पोस्ट प्रभारी राजेश कुमार बताते हैं कि पूरे देश में अलग-अलग डिवीजन व मंडलों में 'मेरी सहेली स्क्वायड' काम करेगा. लखनऊ मंडल में मेरी सहेली टीम की इंचार्ज उपनिरीक्षक ज्योति को बनाया गया है. टीम ट्रेनों में यात्रा कर रहीं महिलाओं से बातचीत करेगी. खासकर उन महिलाओं से जो अकेली यात्रा कर रही हैं. उनके अंदर आत्मविश्वास पैदा किया जाता है. जिस स्थान से ट्रेन का संचालन शुरू होता है, उस डिवीजन की सहेली स्क्वायड टीम जिम्मेदारी संभालेगीय.
इस तरह से सहेली करेंगी काम
ट्रेन स्टार्ट होने से एक घंटा पहले सहेली टीम द्वारा महिला यात्रियों से खासकर जो अकेले यात्रा कर रही हैं, उनकी डिटेल लेकर अगले आरपीएफ थानों को उपलब्ध कराया जाएगा. महिलाओं से बातचीत करके उनसे यात्रा के दौरान होने वाली समस्याओं के बारे में पूछा जाएगा. उन्हें आश्वासन भी दिया जाएगा कि यात्रा के दौरान किसी भी समय सुरक्षा संबंधी समस्याओं के निवारण के लिए महिला सुरक्षा हेल्पलाइन 182 पर संपर्क करें. आरपीएफ की तरफ से उनकी सहायता भी की जाएगी.