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अजीत सिंह हत्याकांड: पूर्वांचल के बाहुबली पुलिस के रडार पर

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के विभूति खंड इलाके में पुलिस चौकी से चंद कदम की दूरी पर अजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी. इसकी साजिश पूर्वांचल के बाहुबलियों ने रची थी. शूटरों को पकड़ने में लगी टीमों ने ये दावा किया है.

अजीत सिंह हत्याकांड.
अजीत सिंह हत्याकांड.
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Published : Jan 20, 2021, 4:09 AM IST

लखनऊ: राजधानी के विभूति खंड इलाके में पुलिस चौकी से चंद कदम की दूरी पर अजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी. इसकी साजिश पूर्वांचल के बाहुबलियों ने रची थी. शूटरों को पकड़ने में लगी टीमों ने ये दावा किया है. सोशल मीडिया ऐप व्हाट्स एप कॉलिंग और चैट से सभी शूटर एक दूसरे के संपर्क में थे. इससे पुलिस की सर्विलांस टीम को जांच में परेशानी हो रही है.

आला अधिकार बोलने से बच रहे
सूत्र बताते हैं कि कुंटू सिंह और अखंड सिंह से दुश्मनी का फायदा उठाकर अजीत सिंह की हत्या की गई थी. हत्याकांड की पर्तें खुलने से साथ ही आला अधिकारी इस मामले में ज्यादा बोलने से कतराने लगे हैं. पुलिस टीम मंगलवार को भी शूटरों की तलाश में दबिश देती रही. गोली लगने से घायल हुआ शूटर और उसका मददगार विपुल हाईटेक पुलिस को ढूंढे नहीं मिल रहा. कइयों को हिरासत में लेने के बाद भी पुलिस को उनका सुराग तक नहीं मिल रहा है. ऐसे कई सवाल हैं जिनका जवाब किसी के पास नहीं है.

दिल्ली पुलिस ने गिरधारी को दबोचा
बीते दिन दिल्ली की स्पेशल सेल ने शूटर गिरधारी को दबोचने का दावा किया था. उसको भी रिमांड पर लेने की जानकारी नहीं मिल सकी है. पूछताछ के स्थान के बारे में भी पुलिस कुछ नहीं बोल रही. फिलहाल, पुलिस डॉक्टर पर निगरानी रखे हुए है.

कॉल की नहीं हो पा रही जानकारी
गिरफ्तार रेहान और प्रिंस ने पुलिस को बताया था कि शूटर मोबाइल पर लगातार मैसेज कर रहे थे. व्हाट्सएप कॉल भी बीच-बीच में कर रहे थे. इसी बीच शूटरों ने किसी को फोन कर अजीत को गोलियों से छलनी कर देने की बात कही थी. यह कॉल किसको किया गया था, इसकी जानकारी अभी तक नहीं हो पाई है. दोनों ने बताया कि जब नेट गड़बड़ हो जाता था तो शूटर गुस्से में झुंझला जाते थे. नेटवर्क ठीक आने पर गाड़ी रुकवा कर फिर बातें करने लगते थे.

6 जनवरी को हुई थी अजीत सिंंह की हत्या

बताते चलें कि 6 जनवरी की रात करीब 8 बजे कठौता चौराहे पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की भीड़भाड़ वाले इलाके में हत्या कर दी गई थी. वारदात को अंजाम देने के बाद शूटर भाग निकले थे. वारदात के 2 हफ्ते बाद भी पुलिस शूटरों को तलाश नहीं सकी है. अजीत सिंह की पीएम रिपोर्ट में बताया गया था कि उसके शरीर में 22 गोलियां मिली थीं. चार गोलियां शरीर के पार हो गई थीं.

लखनऊ: राजधानी के विभूति खंड इलाके में पुलिस चौकी से चंद कदम की दूरी पर अजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी. इसकी साजिश पूर्वांचल के बाहुबलियों ने रची थी. शूटरों को पकड़ने में लगी टीमों ने ये दावा किया है. सोशल मीडिया ऐप व्हाट्स एप कॉलिंग और चैट से सभी शूटर एक दूसरे के संपर्क में थे. इससे पुलिस की सर्विलांस टीम को जांच में परेशानी हो रही है.

आला अधिकार बोलने से बच रहे
सूत्र बताते हैं कि कुंटू सिंह और अखंड सिंह से दुश्मनी का फायदा उठाकर अजीत सिंह की हत्या की गई थी. हत्याकांड की पर्तें खुलने से साथ ही आला अधिकारी इस मामले में ज्यादा बोलने से कतराने लगे हैं. पुलिस टीम मंगलवार को भी शूटरों की तलाश में दबिश देती रही. गोली लगने से घायल हुआ शूटर और उसका मददगार विपुल हाईटेक पुलिस को ढूंढे नहीं मिल रहा. कइयों को हिरासत में लेने के बाद भी पुलिस को उनका सुराग तक नहीं मिल रहा है. ऐसे कई सवाल हैं जिनका जवाब किसी के पास नहीं है.

दिल्ली पुलिस ने गिरधारी को दबोचा
बीते दिन दिल्ली की स्पेशल सेल ने शूटर गिरधारी को दबोचने का दावा किया था. उसको भी रिमांड पर लेने की जानकारी नहीं मिल सकी है. पूछताछ के स्थान के बारे में भी पुलिस कुछ नहीं बोल रही. फिलहाल, पुलिस डॉक्टर पर निगरानी रखे हुए है.

कॉल की नहीं हो पा रही जानकारी
गिरफ्तार रेहान और प्रिंस ने पुलिस को बताया था कि शूटर मोबाइल पर लगातार मैसेज कर रहे थे. व्हाट्सएप कॉल भी बीच-बीच में कर रहे थे. इसी बीच शूटरों ने किसी को फोन कर अजीत को गोलियों से छलनी कर देने की बात कही थी. यह कॉल किसको किया गया था, इसकी जानकारी अभी तक नहीं हो पाई है. दोनों ने बताया कि जब नेट गड़बड़ हो जाता था तो शूटर गुस्से में झुंझला जाते थे. नेटवर्क ठीक आने पर गाड़ी रुकवा कर फिर बातें करने लगते थे.

6 जनवरी को हुई थी अजीत सिंंह की हत्या

बताते चलें कि 6 जनवरी की रात करीब 8 बजे कठौता चौराहे पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की भीड़भाड़ वाले इलाके में हत्या कर दी गई थी. वारदात को अंजाम देने के बाद शूटर भाग निकले थे. वारदात के 2 हफ्ते बाद भी पुलिस शूटरों को तलाश नहीं सकी है. अजीत सिंह की पीएम रिपोर्ट में बताया गया था कि उसके शरीर में 22 गोलियां मिली थीं. चार गोलियां शरीर के पार हो गई थीं.

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