लखनऊ: राजधानी के गुरुद्वारों में 13 अप्रैल को बैसाखी पर्व पर होने वाले वाले आयोजनों को कोरोना महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया है. महामारी के बढ़ते प्रकोप के कारण पर्व को सादगी और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मनाने का निर्णय बैठक में लिया गया है. ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहब यहियागंज में बैसाखी के अवसर पर शाम 7 से 9 बजे तक दीवान सजाया जाएगा. वगीं, 14 अप्रैल को प्रातः 6 से शाम 4 बजे तक दीवान सजाया जाएगा. गुरुद्वारा सचिव मनमोहन सिंह हैप्पी ने बताया कि गुरुद्वारा साहब में कोविड-19 के अंतर्गत प्रशासन द्वारा जारी सभी गाइडलाइन का पालन किया जाएगा.
नगर कीर्तन यात्रा निरस्त
श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष स. राजेन्द्र सिंह बग्गा की अध्यक्षता में मीटिंग गुरुद्वारा साहिब में हुई. मीटिंग में स्टेज सेक्रेट्ररी स. सतपाल सिंह मीत ने बताया कि कोरोना के बढ़ते हुए प्रकोप को देखते हुए खालसा पंथ के साजना दिवस बैसाखी पर्व पर नाका हिंडोला से 11 अप्रैल को निकलने वाले नगर कीर्तन को निरस्त कर दिया गया है. महामंत्री स.हरमिन्दर सिंह टीटू ने बताया कि 13 अप्रैल को प्रातः 6 से दोपहर 2 बजे तक दीवान सजेगा. इसके उपरान्त शासन द्वारा जारी कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंसिग पालन करते हुए कार्यक्रम होंगे. इसी तरह सदर स्थित गुरुद्वारा, आलमबाग स्थित में कार्यक्रमों को निरस्त कर दिया गया है.
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नगर निगम ने गठित की निगरानी समिति
राजधानी लखनऊ में कोरोना मरीजों की संख्या को बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए नगर निगम ने निगरानी समिति का गठन किया है. नगर आयुक्त अजय द्विवेदी का कहना है कि वार्ड निगरानी समितियों के गठन के साथ-साथ प्रत्येक वार्ड में 20 वालंटियर भी तैनात किए गए हैं. जो बाहर से आने वाले लोगों की मॉनिटरिंग करेंगे और इसकी सूचना लखनऊ नगर निगम को देंगे जिससे ऐसे लोगों पर नजर रखी जा सके.