लखनऊ: खेल विभाग के चौक स्टेडियम में अवैध निजी अकादमी का संचालन किया जा रहा है. आरोप है कि यहां क्रिकेटरों से प्रशिक्षण के नाम पर हजारों रुपये वसूले जा रहे हैं. यह एकेडमी कांग्रेसी नेता अर्शी रजा की है. अर्शी पूर्व मंत्री और हज कमेटी के चेयरमैन और भाजपा नेता मोहसिन रजा के भाई हैं. सालों से खेल विभाग के अफसरों ने इस गोरखधंधे से आंखें मूंदी हुईं हैं.
लखनऊ क्रिकेट अकादमी (Lucknow Cricket Academy) के शुरू हुए करीब 30 साल हो चुके हैं. लखनऊ के चौक स्टेडियम के अलावा अब यह अकादमी केजीएमयू के मैदान पर भी संचालित की जा रही है. इस अकादमी में सरकारी मैदान का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके बदले में सरकार को कुछ भी नहीं मिलता, यह बात दीगर है कि अकादमी संचालकों की जेब में जरूर हर माह लाखों रुपये पहुंच रहे हैं.
अकादमी के संचालक अरशी रजा ने बताया कि अकादमी चौक स्टेडियम, मेडिकल कॉलेज के स्टेडियम और उनके हॉस्टल के ग्राउंड पर संचालित की जाती है. इसमें स्थानीय प्रशिक्षुओं के लिए 18,000 रुपये एक साल में फीस ली जाती है जबकि दूसरे शहर से आने वाले क्रिकेटरों को हॉस्टल और मैच की सुविधा के लिए अतिरिक्त शुल्क देना होता है. लोकल क्रिकेटरों को हॉस्टल सुविधा नहीं देते हैं.
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लखनऊ क्रिकेट एकेडमी में इन दिनों 100 के करीब क्रिकेटर प्रशिक्षण ले रहे हैं. पिछले दिनों चुनाव से पहले जब मोहसिन रजा उत्तर प्रदेश में राज्य मंत्री थे, तब उन्होंने अपने स्तर से अकादमी को गोद लेने की भी घोषणा की थी. इसके बाद यह बात और भी स्पष्ट हो गई थी कि इस एकेडमी को सीधे-सीधे मोहसिन रजा बतौर मंत्री का संरक्षण प्राप्त है.
इस बारे में क्षेत्रीय खेल अधिकारी अजय सेठी (Regional Sports Officer Ajay Sethi) ने कहा कि निश्चित तौर पर सरकारी स्टेडियम में निंदिया गढ़वी का संचालन किया जाना नियम विरुद्ध है. इसे लेकर हम कार्रवाई शुरू कर रहे हैं. यहां चलने वाली किसी भी अकादमी में खेल विभाग के नियमों के मुताबिक न्यूनतम शुल्क ही क्रिकेटरों से लिया जा सकता है. कोई व्यक्ति अपने स्तर से अकादमी संचालित नहीं कर सकता.
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