लखनऊ: नगर निगम की ओर से 8 करोड़ रुपये का टैक्स बकाया होने के बाद डीएवी कॉलेज का खाता सीज कर दिया गया. वहीं अब इस मामले में कॉलेज के प्रिंसिपल ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि खाता सीज होने से करीब तीन हजार स्टूडेंट्स की परीक्षा फीस नहीं जमा हो पाएगी. ऐसे में नगर निगम की यह एकतरफा कार्रवाई है, जो बिना संज्ञान में लाए की गई है. इससे छात्रों के भविष्य पर संकट गहरा गया है.
बता दें कि हाउस टैक्स का भुगतान न जमा करने पर डीएवी कॉलेज के बैंक का खाता नगर निगम ने सीज कर दिया. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अंजनी कुमार मिश्र ने नगर निगम की इस कार्रवाई को गलत ठहराते हुए कहा कि अकाउंट से स्टूडेंट की परीक्षा फीस जमा करानी है. अगर खाते को सीज किया गया है, तो छात्रों की फीस लखनऊ विश्वविद्यालय के अकाउंट में जमा नहीं की जा सकेगी. ऐसे में तीन हजार से अधिक स्टूडेंट्स परीक्षा देने से वंचित रह जाएंगे.
उन्होंने कहा कि अगर छात्रों ने कोई हंगामा किया तो उसका असर नगर निगम को भुगतना पड़ेगा. नगर निगम को बताना चाहिए था कि अगर शुल्क नहीं जमा किया गया तो खाता सीज करने की कार्रवाई की जाएगी. इस मामले को सुलझाने का प्रयास किया जाता, लेकिन बिना किसी पूर्व सूचना के खाता सीज करना दुर्भाग्यपूर्ण कार्रवाई है. इससे बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया है.