लखनऊ: प्रदेश में कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीजों की संख्या 657 पहुंच गई है. इसमें से 49 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. जबकि 8 लोगों की मृत्यु हो गई है. प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने मंगलवार को लोक भवन में प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि इनमें से अधिकांश ऐसे लोग हैं, जो पहले से ही किसी न किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित रहे हैं. इस मौके पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी भी मौजूद रहे.
'घर में बुजुर्गों का रखें ध्यान'
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि 60 साल के ऊपर वाले मरीज और किडनी, हाई ब्लड प्रेशर जैसे मरीजों के ऊपर इसका असर ज्यादा दिखा है. इसलिए जरूरी है कि घर के बुजुर्गों का खास ख्याल रखा जाए. उन्होंने कहा कि जो लोग पहले से किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, उनका ध्यान हमें रखना होगा. उन्हें इस संक्रमण से अवश्य बचाना होगा. उनके लिए यह गंभीर समस्या के रूप में सामने आ रहा है.
'सावधानी की जरूरत'
अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि कोरोना संक्रमण से हमें घबराने की जरूरत नहीं है. इससे हमें सावधानी बरतने की आवश्यकता है. वह सावधानी हाथ धुलने के रूप में है. साबुन से हाथ धोया जाए. परस्पर दूरी बनाकर रखा जाए. भीड़ भाड़ वाले जगहों पर न जाएं. अगर किसी से मुलाकात करते हैं तो दूरी बना करके ही रखें.
इस तरह करें कोरोना से बचाव
उन्होंने कहा कि लोग अपने चेहरे को ढक कर रखें. खासकर नाक और मुंह को कपड़े से या घर में बने हुए मास्क से ढकें. इसके अलावा रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने की जरूरत है. गर्म पानी पीने पर जोर दें. तुलसी और अदरक का काढ़ा पिएं. इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और संक्रमण से लड़ने में शरीर को शक्ति मिलेगी.
हर दिन लैब में भेजे जा रहे दो हजार सैंपल
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अब तक 16 हजार सैंपल लिए जा चुके हैं. सोमवार को दो हजार 634 सैपल लिए थे. राज्य की लैबोरेट्री की क्षमता बढ़ गई है. अब हर दिन 2000 से ज्यादा सैंपल लैबोरेट्रीज को भेज रहे हैं. त्रिस्तरीय व्यवस्था में कोविड-19 के लिए 78 एल वन हॉस्पिटल तैयार हो चुके हैं, जहां-जहां मरीज आए हैं, वह फंक्शनल हो गए हैं. दूसरे स्तर के 70 हॉस्पिटल तैयार हैं. 44 जिले में संक्रमण सामने आ चुका है.
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उन्होंने कहा कि पीलीभीत में दो मरीज सामने आए थे, वह ठीक होकर घर चले गए हैं. हम अगर प्रदेश की जनसंख्या को देखते हुए आकलन करें तो हमारे यहां मरीजों की संख्या नियंत्रण में है. 9274 लोगों को सर्विलांस के आधार पर क्वारंटाइन किया गया है, जिनमें किसी भी प्रकार से लक्षण पाए गए हैं.