लखनऊ : 69 हजार शिक्षक भर्ती में हुए आरक्षण घोटाला के बाद आई 6800 आरक्षित वर्ग की लिस्ट हाईकोर्ट से रद्द हो जाने के बाद आंदोलन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों को आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद का समर्थन मिला है. मंगलवार को आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद ने इको गार्डेन पहुंचकर 6800 चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि 'इस सरकार के गलत रवैया के चलते पिछड़ों और दलितों के साथ बहुत अन्याय हो रहा है. उन्होंने कहा कि हम और हमारे लोग भारी हुजूम के साथ जल्द ही इस मुद्दे को लेकर विधान सभा और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे.'
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि 'लंबे समय से 69 हजार शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थी लगातार ठगा सा महसूस कर रहे हैं. पिछली बार प्रदेश के मुखिया ने वादा किया था कि वो 69 हजार शिक्षकों के आरक्षण के मामले की जांच कराकर अभ्यर्थियों को नौकरियां देंगे. उनको चाहिए था कि उस समय के शिक्षा मंत्री ने जो घोटाला किया उस पर मुकदमा लिखना था. शिक्षक अभ्यर्थी दो वर्ष से यहां अपने परिवार को छोड़कर इस अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. यह काम सरकार का है. जब पिछली बार इन्होंने आंदोलन किया था तो अभ्यर्थियों को लाठियां मिलीं. मजबूर होकर मंत्री को 6800 पदों पर अन्य पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को मौका दिया. 6800 अभ्यर्थियों की लिस्ट रिलीज करनी पड़ी, उसके बाद भी हमारे हिस्से कि लगभग आधी सीटें ही हमें मिलीं.'
उन्होंने कहा कि 'मेरा मानना है कि सरकार को ऐसी लिस्ट जारी करनी चाहिए, जिससे सभी को न्याय मिले. अगर ऐसा नहीं होता है तो इस बार मुख्यमंत्री आवास व विधानसभा का घेराव किया जाएगा. कोई भी अभ्यर्थी सरकार के सामने घुटने नहीं टेकेगा. सरकार खुद को अन्य पिछड़ा वर्ग का हितैषी दिखाती है पर जो हमारा अधिकार है वह हमें देने से पीछे हट रही है. सरकार को जगाने के लिए इस बार आंदोलन होगा, विधानसभा का घेराव होगा और साथ ही मुख्यमंत्री आवास का भी घेराव होगा. जो मुख्यमंत्री हमारे बच्चों, भाइयों का अधिकार छीनेगा उसके खिलाफ आंदोलन होगा और पूरे दमखम से उसके आवास का घेराव किया जाएगा.'
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