लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सात विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं. वहीं नौ अक्टूबर से नामांकन की भी प्रक्रिया शुरू होगी. कई राजनीतिक दलों द्वारा प्रत्याशी उतारे जा रहे हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी अभी प्रत्याशी चयन में ही पूरी तरह से उलझी हुई नजर आ रही है. इसके पीछे कई सीटों पर टिकट की दावेदारी को लेकर खींचतान नजर आ रही है.
उन्नाव के बांगरमऊ से बीजेपी विधायक रहे कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सिंह सेंगर इस सीट पर अपनी दावेदारी कर रही हैं. वहीं कई अन्य नेता भी टिकट मांग रहे हैं. बुलंदशहर सीट पर पार्टी के पूर्व विधायक स्वर्गीय विरेंद्र सिंह सिरोही के दो बेटे टिकट की दावेदारी कर रहे हैं. इनमें विनय और दिग्विजय सिंह सिरोही अपना-अपना अलग-अलग दावा ठोक रहे हैं. इससे बीजेपी नेतृत्व काफी उलझन में हैं कि आखिर किसे चुनाव लड़ाया जाए.
इसी तरह देवरिया सदर सीट पर पूर्व विधायक स्वर्गीय जन्मेजय सिंह के पुत्र अजय प्रताप सिंह, श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी के बेटे शशांक त्रिपाठी के अलावा डॉ. अभय मणि त्रिपाठी सहित तमाम अन्य लोग टिकट की दावेदारी कर रहे हैं. घाटमपुर सीट से मंत्री रहीं स्वर्गीय कमल रानी वरुण की बेटी स्वप्निल टिकट मांग रही हैं. इसी सीट पर देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के भतीजे पंकज कोविंद भी टिकट की दावेदारी कर रहे हैं.
इसी प्रकार अमरोहा की नौगांव सादात सीट से विधायक और सरकार में मंत्री रहे स्वर्गीय चेतन चौहान की पत्नी संगीता चौहान टिकट की दावेदारी कर रही हैं. इस सीट पर पूर्व सांसद देवेंद्र नागपाल सहित कई अन्य पार्टी के नेता भी टिकट की चाहत में दावेदारी कर रहे हैं.
भाजपा प्रवक्ता हीरो वाजपेयी ने कहा कि बीजेपी नेतृत्व प्रत्याशी चयन को लेकर जल्दी ही नामों पर विचार करते हुए लिस्ट घोषित कर देगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के नेतृत्व में हम सभी सात सीट जीतेंगे. हमने अपनी पूरी तैयारियां कर ली है. बूथ स्तर तक हर प्रकार से तैयारी हो चुकी है. कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि प्रत्याशी कोई भी हो सिर्फ कमल निशान को देखकर चुनाव की तैयारी करनी है और इसी आधार पर चुनाव लड़ना है. प्रत्याशी चयन जल्दी हो जाएगा.