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यूपी में हवाई तीर्थ परिक्रमा की तैयारी, कुंभ 2025 से पहले प्रयागराज में शुरू होगी हेलीकॉप्टर सेवा - एयर टूरिज्म

Kumbh 2025: यूपी में पहली बार हवाई तीर्थ परिक्रमा शुरू करने की तैयारी चल रही है. आयोध्या, आगरा के बाद वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर आदि स्‍थलों को हेलीकॉप्टर सेवा से जोड़ने की योजना है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 6, 2024, 3:44 PM IST

लखनऊ: यूपी में पर्यटन के क्षेत्र में हो रहे विकास के साथ ही अब उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग नए वर्ष में एयर टूरिज्म को बढ़ावा देने का लक्ष्य निर्धारित किया है. पर्यटन विभाग इसके लिए प्रदेश के सभी बड़े धार्मिक स्थलों को हेलीकॉप्टर की सेवा से जोड़ने की तैयारी कर रहा है. पर्यटन विभाग का लक्ष्य है कि अगले साल जनवरी में होने वाले कुंभ मेले के आयोजन से पहले प्रयागराज के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू कर दी जाए.

इसके अलावा गोरखपुर को भी हेलीकॉप्टर की सेवा से जोड़ने की तैयारी है. साथ ही पर्यटन विभाग प्रदेश के सभी बड़े धार्मिक स्थलों को जोड़ने के साथ ही हरिद्वार को भी हेलीकाप्टर सेवा से जोड़ने की तैयारी कर रहा है. विभाग इस साल के अंत तक अयोध्या, काशी, मथुरा जैसे धार्मिक नगरों को एयर टूरिज्म से जोड़ने की तैयारी में है.

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग प्रदेश में एयर टूरिज्म को विशेष तौर पर अगले 1 वर्ष में विकसित करेगा. यह विधा यूएस-यूरोप में विशेष तौर पर लोकप्रिय है. देश में पहली बार हवाई तीर्थ परिक्रमा यूपी में शुरू कराई जा रही है. आयोध्या में भी हवाई भ्रमण अतिशीघ्र शुरू होगा. इसके बाद वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर आदि स्‍थलों पर संचालन होगा. मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग में आगरा और मथुरा में हेलीकॉप्टर सेवा को शुरू कर चुका है जबकि अयोध्या में इसका संचालन राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही शुरू हो जाएगा.

अयोध्या के साथ ही वहां से नैमिषारण्य और लखनऊ के लिए भी हेलीकॉप्टर की सेवा अगले 3 महीने में शुरू होना प्रस्तावित है. प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने बताया कि देश में कई प्रसिद्ध मंदिर हैं. जहां श्रद्धालु और पर्यटक पूजन-अर्चन के लिए हेलीकाप्टर से आते-जाते हैं. जैसे मां वैष्णो देवी और केदारनाथ आदि स्‍थलों पर वहां बड़ी संख्या में लोग हेलीकाप्टर से जाते हैं. श्रद्धालु इन मंदिरों में दर्शन-पूजन के बाद हेलीकाप्टर से ही लौटते हैं.

उन्होंने बताया कि देश में उत्तराखंड पहला ऐसा राज्य है जहां हवाई भ्रमण की शुरुआत की गई है. उत्तराखंड पर्यटन विभाग के सहयोग से राजस एयरोस्पोर्ट एंड एडवेंचर प्राइवेट लिमिटेड उत्तराखंड में हेलीकाप्टर पर्यटन करा रहा है. इसी कंपनी का उत्तर प्रदेश पर्यटन के साथ पांच हजार करोड़ का एमओयू हुआ है. इसका लक्ष्य प्रदेश के सभी प्रमुख तीर्थ स्थलों को आपस में एयर कनेक्टिविटी देने के साथ ही हरिद्वार से भी जोड़ना है. जल्द ही, राजस उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के सहयोग से भारत के पहले नियमित सी प्लेन संचालन की शुरुआत करेगा. इसके तहत वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, प्रयागराज को हरिद्वार से जोड़ा जाएगा, जिससे इन तीर्थ स्थलों की यात्रा और भी सुगम होगी.

प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि उत्तर प्रदेश एयर टूरिज्म की शुरुआत करने वाला देश में दूसरा प्रदेश है. पहली बार मथुरा में एयर परिक्रमा शुरू कराई जा चुकी है. साथ ही पूरे मथुरा का हवाई दर्शन भी कराया जाएगा व नजदीकी एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी भी दी जाएगी. एयर सफारी के तहत आगरा का भ्रमण कराया जाएगा. इस सुविधा को दिल्ली एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी दी जाएगी. जिसे पर्यटक अल्ट्रा लग्जरी सुविधाओं के तहत हेलीकाप्टर से सीधे आगरा आ सके.

उन्होंने बताया कि आगरा और मथुरा के बाद प्रदेश का प्रमुख पर्यटन स्थल काशी, प्रयागराज, अयोध्या, गोरखपुर, नैमिषारण्य, गोरखपुर, लखनऊ आदि को हवाई भ्रमण सेवा शुरू कराने की तैयारी है. इसके तहत नजदीकी एयरपोर्ट चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लखनऊ और लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा वाराणसी को हेलीकॉप्टर सेवा से जोड़े जाने की तैयारी है. प्रमुख सचिव ने बताया कि एक पर्यटक आने से छह लोगों को रोजगार मिलता है. प्रदेश में वर्ष 2022 में करीब 32 करोड़ पर्यटक आए थे. यह संख्या वर्ष 2021 की तुलना में 180 प्रतिशत ज्यादा है.

ये भी पढ़ेंः गर्भवती महिलाएं चाह रहीं उनकी कोख से जन्में 'रामलला'; डॉक्टरों से बोलीं- 22 जनवरी को करें डिलीवरी

लखनऊ: यूपी में पर्यटन के क्षेत्र में हो रहे विकास के साथ ही अब उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग नए वर्ष में एयर टूरिज्म को बढ़ावा देने का लक्ष्य निर्धारित किया है. पर्यटन विभाग इसके लिए प्रदेश के सभी बड़े धार्मिक स्थलों को हेलीकॉप्टर की सेवा से जोड़ने की तैयारी कर रहा है. पर्यटन विभाग का लक्ष्य है कि अगले साल जनवरी में होने वाले कुंभ मेले के आयोजन से पहले प्रयागराज के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू कर दी जाए.

इसके अलावा गोरखपुर को भी हेलीकॉप्टर की सेवा से जोड़ने की तैयारी है. साथ ही पर्यटन विभाग प्रदेश के सभी बड़े धार्मिक स्थलों को जोड़ने के साथ ही हरिद्वार को भी हेलीकाप्टर सेवा से जोड़ने की तैयारी कर रहा है. विभाग इस साल के अंत तक अयोध्या, काशी, मथुरा जैसे धार्मिक नगरों को एयर टूरिज्म से जोड़ने की तैयारी में है.

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग प्रदेश में एयर टूरिज्म को विशेष तौर पर अगले 1 वर्ष में विकसित करेगा. यह विधा यूएस-यूरोप में विशेष तौर पर लोकप्रिय है. देश में पहली बार हवाई तीर्थ परिक्रमा यूपी में शुरू कराई जा रही है. आयोध्या में भी हवाई भ्रमण अतिशीघ्र शुरू होगा. इसके बाद वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर आदि स्‍थलों पर संचालन होगा. मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग में आगरा और मथुरा में हेलीकॉप्टर सेवा को शुरू कर चुका है जबकि अयोध्या में इसका संचालन राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही शुरू हो जाएगा.

अयोध्या के साथ ही वहां से नैमिषारण्य और लखनऊ के लिए भी हेलीकॉप्टर की सेवा अगले 3 महीने में शुरू होना प्रस्तावित है. प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने बताया कि देश में कई प्रसिद्ध मंदिर हैं. जहां श्रद्धालु और पर्यटक पूजन-अर्चन के लिए हेलीकाप्टर से आते-जाते हैं. जैसे मां वैष्णो देवी और केदारनाथ आदि स्‍थलों पर वहां बड़ी संख्या में लोग हेलीकाप्टर से जाते हैं. श्रद्धालु इन मंदिरों में दर्शन-पूजन के बाद हेलीकाप्टर से ही लौटते हैं.

उन्होंने बताया कि देश में उत्तराखंड पहला ऐसा राज्य है जहां हवाई भ्रमण की शुरुआत की गई है. उत्तराखंड पर्यटन विभाग के सहयोग से राजस एयरोस्पोर्ट एंड एडवेंचर प्राइवेट लिमिटेड उत्तराखंड में हेलीकाप्टर पर्यटन करा रहा है. इसी कंपनी का उत्तर प्रदेश पर्यटन के साथ पांच हजार करोड़ का एमओयू हुआ है. इसका लक्ष्य प्रदेश के सभी प्रमुख तीर्थ स्थलों को आपस में एयर कनेक्टिविटी देने के साथ ही हरिद्वार से भी जोड़ना है. जल्द ही, राजस उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के सहयोग से भारत के पहले नियमित सी प्लेन संचालन की शुरुआत करेगा. इसके तहत वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर, प्रयागराज को हरिद्वार से जोड़ा जाएगा, जिससे इन तीर्थ स्थलों की यात्रा और भी सुगम होगी.

प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि उत्तर प्रदेश एयर टूरिज्म की शुरुआत करने वाला देश में दूसरा प्रदेश है. पहली बार मथुरा में एयर परिक्रमा शुरू कराई जा चुकी है. साथ ही पूरे मथुरा का हवाई दर्शन भी कराया जाएगा व नजदीकी एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी भी दी जाएगी. एयर सफारी के तहत आगरा का भ्रमण कराया जाएगा. इस सुविधा को दिल्ली एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी दी जाएगी. जिसे पर्यटक अल्ट्रा लग्जरी सुविधाओं के तहत हेलीकाप्टर से सीधे आगरा आ सके.

उन्होंने बताया कि आगरा और मथुरा के बाद प्रदेश का प्रमुख पर्यटन स्थल काशी, प्रयागराज, अयोध्या, गोरखपुर, नैमिषारण्य, गोरखपुर, लखनऊ आदि को हवाई भ्रमण सेवा शुरू कराने की तैयारी है. इसके तहत नजदीकी एयरपोर्ट चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लखनऊ और लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा वाराणसी को हेलीकॉप्टर सेवा से जोड़े जाने की तैयारी है. प्रमुख सचिव ने बताया कि एक पर्यटक आने से छह लोगों को रोजगार मिलता है. प्रदेश में वर्ष 2022 में करीब 32 करोड़ पर्यटक आए थे. यह संख्या वर्ष 2021 की तुलना में 180 प्रतिशत ज्यादा है.

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