लखनऊ: देश में प्रदूषण एक बड़ी समस्या बनकर उभर आया है. वहीं एनजीटी के सख्त आदेश के बाद प्रदूषण नियंत्रण विभाग इस पर काबू पाने के लिए प्रयास कर रहा है, लेकिन प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लोग अभी भी खुले में कूड़ा जला रहे हैं, जिससे राजधानी की आबोहवा में जहर घुल रहा है.
एनजीटी के आदेशों की उड़ाई जा रही धज्जियां
एनजीटी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए संबंधित विभागों को सख्त आदेश दिए हैं. वहीं एनजीटी के आदेशानुसार कूड़ा जलाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई कर जुर्माना वसूला जा रहा है, लेकिन इसका असर राजधानी के लोगों पर नहीं पड़ रहा है. इसलिए शहर में प्रदूषण कम होने के बजाय लगातार बढ़ता जा रहा है.
इस गंभीर समस्या को लेकर संबंधित विभाग कार्रवाई कर रहे हैं, लेकिन नवाबों की नगरी में इस भयावह समस्या को जिम्मेदार अधिकारी नजरअंदाज कर रहे हैं.
अबतक 50,000 रुपये का लोगों से जुर्माना वसूल चुके हैं. हमने सरकारी लोगों पर भी कार्रवाई करने के आदेश दे दिए हैं. कूड़े की मात्रा के हिसाब से उस पर उचित जुर्माना भी लगाएंगे. यह जुर्माना 200 से लेकर 20 हजार रुपये तक वसूला जाएगा.
-इंद्रमणि त्रिपाठी,नगर आयुक्त