मऊ: जिले के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या में शामिल शूटरों की हर कदम पर मदद करने वालों का राज जल्दी ही खुल जाएगा. लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने आरोपी प्रदीप कबूतरा और कुणाल के समर्पण और गिरफ्तारी के बाद उन्हें रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. पुलिस का दावा है कि प्रदीप को रिमांड पर लेने के लिए बुधवार को कोर्ट में अर्जी दी जाएगी.
छह जनवरी को विभूतिखंड में अजीत सिंह की हत्या के बाद इस केस की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. एक शूटर गिरधारी मुठभेड़ में मारा गया. बाकी अधिकतर आरोपियों ने समर्पण कर दिया. पुलिस अधिकारी कहते हैं कि इस केस की साजिश में कई लोग शामिल हैं. घटना की साजिश रचने से लेकर शूटरों को शरण दिलाने, फिर समर्पण कराने तक में इस गिरोह का नेटवर्क लगातार पुलिस पर भारी पड़ा है. यही वजह है कि पुलिस तीन दिन पहले आजमगढ़ कोर्ट में हाजिर हुए अपराधी प्रदीप कबूतरा को रिमांड पर लेना चाह रही है. इसके साथ ही शूटरों के मददगार कुणाल उर्फ राजन जाट को दिल्ली से वारंट पर लाने की तैयारी भी पुलिस कर रही है.
विपुल सिंह भी समर्पण की फिराक में
घायल शूटर राजेश तोमर का इलाज कराने वाले विपुल सिंह की तलाश भी पुलिस कर रही है. सूत्रों की मानें तो वह भी समर्पण करने की फिराक में है. विपुल के हाजिर होने के बाद पुलिस को कई और जानकारियां हाथ लगने की उम्मीद है. विपुल ही शूटर राजेश को लखनऊ से सुलतानपुर में एक नर्सिंग होम में भर्ती कराने गया था.
अजीत हत्याकांड : प्रदीप कबूतरा को रिमांड पर लेगी पुलिस - Former block chief Ajit Singh
मऊ में पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी प्रदीप कबूतरा की गिरफ्तारी के बाद उन्हें रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. प्रदीप को रिमांड पर लेने के लिए बुधवार को कोर्ट में अर्जी दी जाएगी.
मऊ: जिले के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या में शामिल शूटरों की हर कदम पर मदद करने वालों का राज जल्दी ही खुल जाएगा. लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने आरोपी प्रदीप कबूतरा और कुणाल के समर्पण और गिरफ्तारी के बाद उन्हें रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. पुलिस का दावा है कि प्रदीप को रिमांड पर लेने के लिए बुधवार को कोर्ट में अर्जी दी जाएगी.
छह जनवरी को विभूतिखंड में अजीत सिंह की हत्या के बाद इस केस की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. एक शूटर गिरधारी मुठभेड़ में मारा गया. बाकी अधिकतर आरोपियों ने समर्पण कर दिया. पुलिस अधिकारी कहते हैं कि इस केस की साजिश में कई लोग शामिल हैं. घटना की साजिश रचने से लेकर शूटरों को शरण दिलाने, फिर समर्पण कराने तक में इस गिरोह का नेटवर्क लगातार पुलिस पर भारी पड़ा है. यही वजह है कि पुलिस तीन दिन पहले आजमगढ़ कोर्ट में हाजिर हुए अपराधी प्रदीप कबूतरा को रिमांड पर लेना चाह रही है. इसके साथ ही शूटरों के मददगार कुणाल उर्फ राजन जाट को दिल्ली से वारंट पर लाने की तैयारी भी पुलिस कर रही है.
विपुल सिंह भी समर्पण की फिराक में
घायल शूटर राजेश तोमर का इलाज कराने वाले विपुल सिंह की तलाश भी पुलिस कर रही है. सूत्रों की मानें तो वह भी समर्पण करने की फिराक में है. विपुल के हाजिर होने के बाद पुलिस को कई और जानकारियां हाथ लगने की उम्मीद है. विपुल ही शूटर राजेश को लखनऊ से सुलतानपुर में एक नर्सिंग होम में भर्ती कराने गया था.