लखनऊः राजधानी को स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर लखनऊ नगर निगम लगातार काम कर रहा है. शहरवासियों और अगंतुकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए शहर में हर वो आधुनिक सुविधा की जा रही है, जो एक स्मार्ट सिटी के लिहाज से जरूरी है. शहर की अबतक की सबसे बड़ी समस्या जलभराव और पानी निकासी से निपटने के लिए नगर निगम शहर भर में ड्रेनेज व सीवरेज के लिए लगातार पाइप लाइन बिछाने का काम कर रहा है. इस बीच शहर को एक ऐसी समस्या का सामना करना पड़ा जिससे निपटना नगर निगम के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है.
दरअसल, लखनऊ को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने में नगर निगम को जनता का तो सहयोग मिल रहा है, लेकिन पुलिस चौकियां नगर निगम के इस काम में बाधा बन रही हैं. राजधानी में लगभग दो दर्जन पुलिस चौकियां ऐसी हैं जो नाले के ऊपर बनी है. जिसके कारण यहां पर ना तो साफ-सफाई हो पा रही है और न ही इन नालों का निर्माण कराया जा सकता है. इन स्थानों पर जब नगर निगम ने सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू किया तो पुलिसकर्मियों ने नगर निगम द्वारा शुरू किए गए इस काम को रोक दिया. हालांकि इस बारे में पुलिस विभाग का कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं. राजधानी लखनऊ के इंदिरा नगर के इस्माइलगंज में पुलिसकर्मियों द्वारा नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्य को रोक दिया गया.
नाले पर बनी पुलिस चौकियां लखनऊ के विकास में बन रही बाधक क्या कहते हैं पार्षदनालों पर स्थापित पुलिस की अवैध चौकियों के बारे में पार्षद अमित कुमार का कहना है कि निश्चित रूप से नगर निगम की जमीन पर पुलिसकर्मियों का अवैध कब्जा व अतिक्रमण है. इसके कारण आए दिन सड़कों पर जाम लगा रहता है. नाले पर बनी पुलिस चौकी के कारण इन नालों की सफाई नहीं हो पाती है, जिसके कारण प्रायः जलभराव की स्थिति बनी रहती है. राजधानी में लगभग दो दर्जन ऐसी पुलिस चौकियां हैं जो अवैध अतिक्रमण करके बनाई गई हैं. प्रशासन व नगर निगम को इन पुलिस चौकियों को दूसरी जगहों पर शिफ्ट करना चाहिए, जिससे इन समस्या से निजात मिल सके.
क्या कहते हैं अधिकारीनालों पर अतिक्रमण करके पुलिस चौकियां बनाए जाने के सवाल पर अपर नगर आयुक्त अमित कुमार का कहना है कि जहां कहीं भी इस तरह की शिकायत आ रही है, वहां पर हमारे नगर निगम के अधिकारी जाकर निरीक्षण कर रहे हैं. कोई भी व्यक्ति या संबंधित विभाग यदि कहीं भी अतिक्रमण करता है तो संबंधित विभाग के अध्यक्षों से बात कर इस समस्या का समाधान कराया जाएगा जिससे नगर निगम का काम सुचारू ढंग से संपन्न हो सके.
बताते चलें कि राजधानी लखनऊ की लगभग दो दर्जन पुलिस चौकियों का निर्माण नालों के ऊपर किया गया है, जिससे कारण ना तो इन नालों की सफाई हो पाती है और ना ही यहां पर निर्माण कार्य शुरू हो पाता है. यदि नगर निगम यहां निर्माण शुरू कर आता है तो पुलिसकर्मी इस्तेमाल को रोक देती हैं.