लखनऊ : चेहल्लुम के जुलूस में परंपरा प्रचलित मान्यताओं के अनुसार दी गई अनुमति के उल्लंघन में पुलिस ने नोटिस जारी किया. अंजुमन पर जानबूझकर कर जुलूस को खत्म करने में देरी का आरोप लगाते हुए कारण बताओ नोटिस देते हुए तीन दिन का समय दिया है.
नोटिस में अंजुमन रौनके दीने इस्लाम की लापरवाही से जुलूस की समाप्ति में करीब तीन घंटे देरी का वाजिब जवाब मांगा है. पुलिस व जिला प्रशासन द्वारा पहले से निर्धारित जुलूस निकालने व समाप्ति का समय का उल्लंघन करते हुए अंजुमन में जुलूस रोके रखा. पुलिस ने समय से जवाब न देने पर सुसंगत धाराओं में विधिक कार्यवाही के साथ अंजुमन पर लगेगा प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है. अंजुमन के जिम्मेदार मो जीशान ने बताया कि 'जुलूस की समाप्ति का समय हमारी अंजुमन को नहीं बताया गया. इससे पहले भी किसी भी साल अंजुमन को जुलूस समाप्ति का समय नहीं बताया गया. हम लोग जुलूस में कई इस्लामिक दुआएं और जिक्र करते रहते हैं, हमारी अंजुमन ने जान बूझकर जुलूस को रोका नहीं. जितना समय पिछले के वर्षों में लगता था, इस साल उससे कुछ कम समय में ही जुलूस कर्बला पहुंच गया था. हम जल्द ही नोटिस का जवाब देंगे.'
7 सितंबर को चेहल्लुम का जुलुस निकाला गया था, जो नाजिम शाह इमामबाड़ा से प्रारम्भ होकर विक्टोरिया स्ट्रीट रोड से होकर बाजारखाला होते हुए कर्बला तालकटोरा में समाप्त हुआ. इस जुलुस में कई अन्जुमनें शामिल थीं. जिसमें रौनके दीन अंजुमन भी शामिल थी, ये सबसे पीछे चल रही थी. पुलिस ने अंजुमन से पूछा है कि इस जुलुस में आपके आगे चलने वाली सभी अन्जुमनें निर्धारित मार्ग से समयबद्ध तरीके से कर्बला तालकटोरा की तरफ चली गईं, लेकिन आप अपनी अन्जुमन को जानबूझकर विक्टोरिया स्ट्रीट पर करीब तीन से साढ़े तीन घंटे बाद रोककर आगे बढ़ाया गया, जबकि जुलुस का मार्ग पूरी तरह खाली था. पुलिस ने कहा कि इसी दिन जन्माष्टमी का भी त्योहार था, जिसके कारण नया रूट डायवर्ट किया गया, जिससे आम जन को काफी परेशानी झेलनी पड़ी.