लखनऊ: राजधानी पुलिस का शर्मनाक चेहरा दुनिया के सामने आया, जिसमें मोहनलालगंज के कोतवाल दीनानाथ मिश्रा ने पीड़िता की रिपोर्ट लिखने के बजाय उसको गाना सुनाया और उस फिल्म का नाम भी पूछा, वहीं ईटीवी भारत ने जब प्रमुखता से खबर दिखाई तो पुलिस के आला अधिकारी एक्शन में नजर आए.
दरअसल, पीड़ित महिला की शादी लॉकडाउन के समय में हुई थी. महिला मोहनलालगंज कोतवाली के अंतर्गत एक गांव की रहने वाली है, पीड़िता रेनू ने बताया कि शादी के बाद से ही ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहे हैं. बीते शनिवार को तो हद ही हो गई. महिला ने बताया कि शनिवार देर रात ससुरालियों ने उसे पहले तो चाकुओं से जख्मी किया और जब इतने से भी मन नही भरा तो उन लोगों ने उसे छत से नीचे फेंक दिया. इस घटना में महिला के पैर और गले की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया. किसी तरह ग्रामीणों की मदद से जब महिला ने अपने घर वालों को सूचित किया तो घरवाले आनन-फानन में ससुराल पहुंचे और महिला को लेकर अस्पताल गए. प्रारंभिक इलाज के बाद रविवार और सोमवार दोनों ही दिन रेनू के मायकेवाले उसे लेकर मोहनलालगंज कोतवाली गए, लेकिन वहां उनकी फरियाद नहीं सुनी गई.
पीड़िता ने लगाए आरोप
पीड़िता ने मोहनलालगंज के कोतवाल दीनानाथ मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह जख्मी हालत में दीनानाथ मिश्रा के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंची थी. उसकी बात सुनने के बजाय वह उसे फिल्मी गाना सुनाने लगे और उससे फिल्म का नाम पूछने लगे. इतना ही नहीं इस दौरान कोतवाल ने कहा, यह झूठे चोट के निशान लेकर आने की क्या जरूरत थी, मैं भी अपनी बीवी को ऐसे ही मारता हूं.
एसीपी मोहनलालगंज ने बताया कि पीड़िता दहेज प्रताड़ना का शिकार हुई है. उसने अपने ससुराली जनों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. साथ ही साथ वायरल हो रहे पीड़िता के वीडियो में जो बात मोहनलाल गंज कोतवाल के बारे में कही जा रही है, उसकी भी जांच की जाएगी.
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ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दहेज प्रताड़ना की शिकार हुई पीड़िता की खबर दिखाई थी. किस तरह पुलिस भी उसे प्रताड़ित करने में पीछे नहीं हैं, जिसके बाद आला अधिकारी हरकत में आए और आनन-फानन में पीड़िता का मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. साथ ही कोतवाल के विषय में जो भी पीड़िता ने बताया है, उस पर भी जांच की जाएगी.