लखनऊ: राजधानी के उत्तरी जोन क्षेत्र के इंदिरा नगर इलाके में 48 घंटे पहले हुई जहांगीर की हत्या का खुलासा हो गया है. जहांगीर की हत्या जुआ के खेल में पैसे के विवाद के चलते की गई थी. इस बात का खुलासा गिरफ्तार आरोपियों ने किया है. इंदिरानगर पुलिस ने हत्या में शामिल 4 आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए हत्याकांड से पर्दा उठाया है. साथ ही हत्या में इस्तेमाल की गई ईंट भी आरोपियों की निशानदेही पर बरामद की गई है.
सभी आरोपी गिरफ्तार
इंदिरानगर इंस्पेक्टर अजय प्रकाश त्रिपाठी ने मामले का खुलासा करते हुए कई अहम जानकारी दी. त्रिपाठी ने बताया कि थाना क्षेत्र के सुगामऊ के रहने वाले जहांगीर का शव चांदन गांव के पास झोपड़पट्टी में खून से लथपथ मिला था. जहांगीर के पिता जमीलुद्दीन ने हत्या का मामला दर्ज कराया था. सनसनीखेज हत्याकांड के बाद कमिश्नर डीके ठाकुर ने घटना का जल्द से जल्द खुलासा कर आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे. इसके बाद डीसीपी उत्तरी रईस अख्तर, एडीसीपी प्राची सिंह व एसीपी गाजीपुर सुनील कुमार के कुशल पर्यवेक्षण में इंस्पेक्टर त्रिपाठी ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर हत्या में शामिल रफीकुल इस्लाम, रवियल सिकंदर, मालिक भुयन एवं यार अली को गिरफ्तार कर लिया गया है.
मांगा मोबाइल तो कर दी हत्या
हत्यारोपियों ने पूछताछ में बताया कि मोबाइल की मांग करने पर ही उन्होंने ईंट से कूचकर जहांगीर की हत्या कर दी थी. आरोपियों ने बताया कि वे सभी अक्सर जहांगीर के साथ जुआ खेलते थे और शराब भी पीते थे. घटना के दिन भी जुआ का खेल चल रहा था और सभी शराब के नशे में थे. जहांगीर ने भी जमकर नशा किया हुआ था. इसी बीच खेल के दौरान जहांगीर हार गया.
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साथियों ने ही की हत्या
आरोपियों ने बताया कि जब जहांगीर के पास जुआ खेलने के पैसे नही बचे तो उसने अपना मोबाइल पांच हजार में बेच दिया. मोबाइल बेचकर मिले पांच हजार रुपये भी वह जुआ में हार गया. इसके बाद उसे झटका लगा और उसने खूब शराब पी. जुआ खेलने के लिए उसने फिर साथियों से पैसा मांगा और नशे में जबरन अपना बेचा जा चुका मोबाइल मांगने लगा. इसी के चलते गुस्साये चारों ने मिलकर जहांगीर को मौत के घाट उतार दिया.