लखनऊः सीतापुर में तैनात सिपाही ने बुधवार शाम लोहिया अस्पताल के गेट पर एक युवक को गोली मार दी. वारदात को अंजाम देकर भाग रहे सिपाही को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. ADCP पूर्वी काशिम आब्दी ने बताया कि बदायूं निवासी सिपाही आशीष की सीतापुर में तैनाती है. वहीं के रहने वाले प्रवीण कुमार से उसकी काफी दिनों से दुश्मनी चल रही थी. प्रवीण अक्सर आशीष के खिलाफ शिकायती पत्र अधिकारियों को भेजता रहता था.
ADCP पूर्वी कासिम आब्दी ने बताया कि बदायूं निवासी सिपाही आशीष की सीतापुर में तैनाती है. वहीं के रहने वाले प्रवीण कुमार से उसकी काफी दिनों से दुश्मनी चल रही थी. प्रवीण अक्सर आशीष के खिलाफ शिकायती पत्र अधिकारियों को भेजता रहता था. इसे लेकर दोनों में विवाद बढ़ता गया. बुधवार को प्रवीण लोहिया अस्पताल में किसी मरीज से मिलने आया था. वह अस्पताल से निकलकर जैसे ही गेट पर पहुंचा पहले से इंतजार कर रहे आशीष ने उस पर पिस्टल से फायर झोंक दिया. सिर में गोली लगते ही प्रवीण जमीन पर गिरा और मौके पर उसकी मौत हो गई. वारदात को अंजाम देकर भाग रहे सिपाही को पीछा करके पकड़ लिया गया. पूछताछ में अभी तक उसने पुराने विवाद को वारदात की वजह बताई है.
धमकी मिली तो तमंचा छीनकर मार दी गोली
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि मृतक प्रवीण कुमार सिंह के पिता सीतापुर के मिश्रिख निवासी ध्रुव कुमार हत्या के केस में सीतापुर जेल में बंद था. किडनी की बीमारी के इलाज के लिए 25 मई को उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. सीतापुर पुलिस लाइन के वर्ष 2016 बैच के सिपाही आशीष मिश्रा को उसकी सुरक्षा में तैनात किया गया था. पूछताछ में आरोपी सिपाही आशीष ने बताया की ध्रुव का बेटा प्रवीण उसे परेशान कर रहा था.
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वह अस्पताल में अक्सर उसे जान से मारने की धमकी देता था. बुधवार को वह तमंचा लेकर बाप से मिलने अस्पताल आया था. यहां किसी बात पर दोनों के बीच हाथापाई हुई. इसके बाद प्रवीण अस्पताल से जाने लगा तो मेन गेट के पास फिर दोनों में भिड़ंत हो गई. आशीष का कहना है कि उसने प्रवीण का तमंचा छीनकर उसे गोली मार दी. कमिश्नर का कहना है कि आशीष की थ्योरी पर भरोसा नहीं हो रहा. सिपाही डिप्रेशन का शिकार लग रहा है. मामले की जांच की जा रही है.