लखनऊ: राजधानी के विभूति खंड थाना क्षेत्र में 7-8 डकैतों ने गन्ना विभाग में कार्यरत इंजीनियर के परिवार को बंधक बनाकर बीते मंगलवार रात डकैती की वारदात को अंजाम दिया है. इस मामले में पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने घटनास्थल का मुआयना कर आठ टीमों का गठन किया था. लेकिन अब फजीहत से बचने के लिए खुलासे पर 30 टीमों को लगाया गया है. इंजीनियर योगेंद्र श्रीवास्तव जब मेरठ गए हुए थे तभी बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया था. ठंड में हुई इस डकैती की वारदात से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं दूसरी ओर इस खुलासे को लेकर एक चैलेंज भी पुलिस के लिए बना हुआ है, ऐसा अधिकारियों का कहना था.
समय बीतने के दौरान अलग-अलग टीमों में बंट गई पुलिस
घटना के खुलासे के लिए पहले दिन 8 टीमों का गठन हुआ था. लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है. वैसे-वैसे पुलिस कई टीमों में बंट कर बदमाशों को पकड़ने के लिए प्रयास कर रही है. वहीं पुलिस सूत्रों का कहना है इस खुलासे में अब तक कुल 30 टीमों को लगाया गया है. जो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में बदमाशों का ब्यौरा खंगाल रही है. पुलिस की मानें तो घटनास्थल के आस-पास पड़ने वाले रेलवे स्टेशन, बस-अड्डे और घरों में लगे हुए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. वहीं दूसरी ओर लगातार संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है. साथ ही यह घटना लोकल गिरोह द्वारा किए जाने का अनुमान लगा रही है. जिसको लेकर लोकल गिरोह पर निगाह रखी जा रही है.
जेल से छूटे बदमाशों की जुटाई जा रही जानकारी
हाल ही के दिनों में जो बदमाश जेल से छूटे हैं उनके बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है. जिसमें बताया जा रहा है 7-8 बदमाशों ने डकैती के दौरान जींस और शर्ट पहने हुए थे. इस पर पुलिस आशंका जता रही है कि यह बावरिया गिरोह नहीं है बल्कि स्थानीय बदमाशों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया है. पुलिस को अभी फिलहाल कोई सफलता नहीं मिली है. दावा किया गया है कि जल्द ही डकैत मिल जाएंगे और उन को गिरफ्तार किया जाएगा.
बदमाश कम बताने को लेकर हुई नोकझोंक
मिल रही जानकारी के मुताबिक, घटना के समय पुलिस और परिवार के बीच नोकझोंक हुई थी. यह नोकझोंक पुलिस और पीड़ित परिवार की बदमाशों की संख्या में कमी दिखाने को लेकर की गई थी. बताया जा रहा है पीड़ित परिवार से पुलिस ने पहले डकैत कम दिखाने को लेकर नोकझोंक की. उसके बाद ब-मुश्किल उनकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है. इसके बाद भी ऐसे पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है और न ही बदमाशों तक पुलिस पहुंच सकी है.
400 से अधिक चेक किए गए सीसीटीवी
पुलिस की मानें तो बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीम लगी हुई है. बदमाशों का सुराग खंगालने के लिए घटनास्थल से लेकर चारबाग तक रेलवे ट्रैक के बगल में पड़ने वाले घरों के कैमरे को पुलिस चेक कर रही है. जिसमें पुलिस ने अब तक आईटीएमएस कैमरों के अलावा 400 से अधिक घरों के कैमरे खंगाल चुकी है. इन कैमरों में जो भी युवक संदिग्ध नजर आया है उनसे भी पुलिस पूछताछ कर रही है.