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लखनऊ: सरकार से नाराज फार्मासिस्ट बैठे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फार्मासिस्ट भूख हड़ताल पर बैठ गए. फार्मासिस्टों का कहना है कि यूपी में जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ ट्रॉमा सेंटरों पर फार्मासिस्ट के 40 हजार खाली पद पड़े है, लेकिन भर्तियां नहीं की जा रही हैं.

फार्मासिस्ट बैठे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर
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Published : Sep 11, 2019, 5:19 PM IST

लखनऊ: राजधानी लखनऊ में प्रदेश भर से आये फार्मासिस्टों ने बुधवार को अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. सरकार से नाराज फार्मासिस्टों ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए अपनी मांगें न पूरी होने तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का एलान किया है.

फार्मासिस्ट अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर.

फार्मासिस्टों की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल

  • फार्मासिस्ट सेवा संस्थान के बैनर तले राजधानी लखनऊ में फार्मासिस्टों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
  • फार्मासिस्ट के लगभग 40 हजार पद खाली पड़े हैं.
  • उत्तर प्रदेश फार्मासिस्ट नियमावली 1980 के तहत सीधी भर्ती करके उन्हें जल्द भरना चाहिए.
  • फार्मासिस्टों का कहना है कि फार्मासिस्ट लाइसेंस नम्बर और ड्रग लाइसेंस पोर्टल को सार्वजनिक किया जाना चाहिए.
  • इन सभी मांगों को लेकर प्रदर्शनकारी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए.
  • उनका कहना है कि पूर्व में दिए गए ज्ञापनों और शिकायती पत्रों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तत्काल कार्रवाई करें.
  • जब तक लिखित रूप से आश्वासन नहीं मिल जाता, वह भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे.

ये भी पढ़ें:- प्रयागराज: ऑटो चालक ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, पैसेंजर को लौटाए गहने व पैसे

यूपी में जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ ट्रॉमा सेंटरों पर फार्मासिस्ट के 40 हजार पद खाली पड़े हैं, जिनकी भर्तियां नहीं की जा रही हैं जिससे फार्मासिस्ट बेरोजगार हैं. वहीं प्रदर्शनकारी फार्मासिस्टों ने स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार फैला होने का भी आरोप लगाया है.
-पंकज मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष, फार्मासिस्ट सेवा संस्थान

लखनऊ: राजधानी लखनऊ में प्रदेश भर से आये फार्मासिस्टों ने बुधवार को अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. सरकार से नाराज फार्मासिस्टों ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए अपनी मांगें न पूरी होने तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का एलान किया है.

फार्मासिस्ट अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर.

फार्मासिस्टों की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल

  • फार्मासिस्ट सेवा संस्थान के बैनर तले राजधानी लखनऊ में फार्मासिस्टों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
  • फार्मासिस्ट के लगभग 40 हजार पद खाली पड़े हैं.
  • उत्तर प्रदेश फार्मासिस्ट नियमावली 1980 के तहत सीधी भर्ती करके उन्हें जल्द भरना चाहिए.
  • फार्मासिस्टों का कहना है कि फार्मासिस्ट लाइसेंस नम्बर और ड्रग लाइसेंस पोर्टल को सार्वजनिक किया जाना चाहिए.
  • इन सभी मांगों को लेकर प्रदर्शनकारी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए.
  • उनका कहना है कि पूर्व में दिए गए ज्ञापनों और शिकायती पत्रों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तत्काल कार्रवाई करें.
  • जब तक लिखित रूप से आश्वासन नहीं मिल जाता, वह भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे.

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यूपी में जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ ट्रॉमा सेंटरों पर फार्मासिस्ट के 40 हजार पद खाली पड़े हैं, जिनकी भर्तियां नहीं की जा रही हैं जिससे फार्मासिस्ट बेरोजगार हैं. वहीं प्रदर्शनकारी फार्मासिस्टों ने स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार फैला होने का भी आरोप लगाया है.
-पंकज मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष, फार्मासिस्ट सेवा संस्थान

Intro:राजधानी लखनऊ में प्रदेश भर से आये फार्मासिस्टों ने बुधवार को अपनी मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया वहीं सरकार से नाराज़ सैकड़ो फार्मासिस्ट ने इस दौरान जमकर सरकार विरोधी नारे लगाते हुए अपनी मांगे न पूरी होने तक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का एलान किया।

Body:फार्मासिस्ट सेवा संस्थान के बैनर तले राजधानी लखनऊ में सैकड़ो फार्मासिस्ट ने प्रदेश सरकार के खिलाफ अपनी नाराज़गी का इज़हार किया। इस दौरान फार्मासिस्ट सेवा संस्थान के प्रदेश अध्यक्ष पंकज मिश्रा ने मांग करते हुए कहा कि फार्मासिस्ट के लगभग 40 हज़ार खाली पड़े पद को उत्तरप्रदेश फार्मासिस्ट नियमावली 1980 के तहत सीधी भर्ती जल्द की जानी चाहिए और फार्मासिस्ट लाइसेंस नम्बर व ड्रग लाइसेंस पोर्टल को सार्वजनिक किया जाना चाहिए। इस दौरान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शनकारी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए और मांग करी कि पूर्व में दिए गए ज्ञापनों और शिकायती पत्रों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तत्काल कार्यवाही करें और जब तक लिखित रूप से आश्वासन नही मिल जाता वह भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे। बताते चले कि फार्मासिस्टों का कहना है कि यूपी में ज़िला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ ट्रामा सेंटरों पर फार्मासिस्ट के 40 हज़ार खाली पद पड़े है जिनपर भर्तियां नही की जा रही है जिस्से योग्य फार्मासिस्ट बेरोज़गार है वहीं प्रदर्शनकारी फार्मासिस्टों ने स्वास्थ्य विभाग में भर्ष्टाचार फैला होने का भी आरोप लगाया है।

बाइट- पंकज मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष, फार्मासिस्ट सेवा संस्थानConclusion:
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