लखनऊ: कोरोना के खतरे को देखत हुए लखनऊ के पीजीआई में थैलेसीमिया के वार्ड को बंद कर दिया गया है, जिसके चलते थैलेसीमिया के मरीजों को इलाज के लिए अन्य अस्पतालों में भटकना पड़ रहा है.
पीजीआई के जेनेटिक वार्ड में लखनऊ सहित दूसरे जिले और राज्यों से भी थैलेसीमिया के करीब 200 मरीज रजिस्टर्ड हैं लेकिन कोरोना महामारी को लेकर 24 अप्रैल से ही यहां ब्लड ट्रांसफ्यूजन कराने वाले मरीजों की भर्ती बंद कर दी गई है. वार्ड बंद होने से सैकड़ों मरीजों को निजी अस्पतालों में इलाज के लिए चक्कर लगाना पड़ रहा है. दूर-दराज से आने वाले मरीजों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
पीजीआई प्रशासन का कहना है कि मरीजों में कोविड-19 संक्रमण ना फैले इसलिए वार्ड को बंद किया गया है. मरीजों के इलाज की व्यवस्था दूसरी जगह पर की जा रही है. जेनेटिक वार्ड की विभागाध्यक्ष डॉ. शोभा फटके ने बताया कि पीजीआई के जेनेटिक वार्ड को बंद नहीं किया गया है उसकी शिफ्टिंग की प्रक्रिया चल रही है. शिफ्टिंग की प्रक्रिया पूरी होते ही मरीजों को इलाज होने लगेगा.