ETV Bharat / state

लखनऊ : केजीएमयू में पीजी प्रथम वर्ष के छात्रों को नहीं मिल पा रहे हॉस्टल - विश्वविद्यालय

लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में सीनियर छात्रों के हॉस्टल खाली न करने की वजह से पीजी प्रथम वर्ष के छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस पूरे मामले में केजीएमयू प्रशासन की लापरवाही सामने आ रही है.

नए छात्रों को नहीं मिल पा रहा हॉस्टल.
author img

By

Published : May 4, 2019, 7:37 PM IST

लखनऊ : राजधानी के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में सीनियर छात्रों की दबंगई इस कदर बढ़ गई है कि उन्होंने हॉस्टल खाली तक नहीं किया है, उनके हॉस्टल खाली न करने की वजह से पीजी प्रथम वर्ष के छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

नए छात्रों को नहीं मिल पा रहा हॉस्टल.

नए छात्रों को नहीं मिल पा रहा हॉस्टल

  • हॉस्टल न मिलने से दिन भर छात्र भटकते रहे, जिम्मेदारों ने भी अगले महीने में कमरा देने की बात कही है.
  • मजबूरी में नए छात्रों को बाहर कमरा लेकर रहना पड़ रहा है.
  • विश्वविद्यालय में पीजी के दाखिले के बाद पढ़ाई शुरू हो गई है, लेकिन पीजी फाइनल ईयर के छात्रों की अब तक परीक्षाएं नहीं हुई है.
  • जून में परीक्षा के बाद ही हॉस्टल खाली होंगे और तभी से छात्रों को आवंटन शुरू होगा.

सीटें बढ़ी तो दिक्कत भी बढ़ी

  • पीजी के कुल सात हॉस्टल में करीब 275 कमरे हैं. बुद्धा हॉस्टल में 250, एक्स हॉस्टल में, 110 एलआरएच में 55, न्यू एलआरएस में 48, नेहरू बॉयज हॉस्टल में 84 कमरे हैं.
  • एक कमरे में प्रथम वर्ष के 2 छात्र रहते हैं, जबकि बाद में हर छात्र को एक-एक कमरा अलग से मिलता है.
  • अब तक केजीएमयू में पीजी के करीब 700 छात्र होते थे और सब को आसानी से कमरा मिल जाता था, लेकिन इस साल सीटों में बढ़ोतरी कर दी गई है.

लखनऊ : राजधानी के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में सीनियर छात्रों की दबंगई इस कदर बढ़ गई है कि उन्होंने हॉस्टल खाली तक नहीं किया है, उनके हॉस्टल खाली न करने की वजह से पीजी प्रथम वर्ष के छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

नए छात्रों को नहीं मिल पा रहा हॉस्टल.

नए छात्रों को नहीं मिल पा रहा हॉस्टल

  • हॉस्टल न मिलने से दिन भर छात्र भटकते रहे, जिम्मेदारों ने भी अगले महीने में कमरा देने की बात कही है.
  • मजबूरी में नए छात्रों को बाहर कमरा लेकर रहना पड़ रहा है.
  • विश्वविद्यालय में पीजी के दाखिले के बाद पढ़ाई शुरू हो गई है, लेकिन पीजी फाइनल ईयर के छात्रों की अब तक परीक्षाएं नहीं हुई है.
  • जून में परीक्षा के बाद ही हॉस्टल खाली होंगे और तभी से छात्रों को आवंटन शुरू होगा.

सीटें बढ़ी तो दिक्कत भी बढ़ी

  • पीजी के कुल सात हॉस्टल में करीब 275 कमरे हैं. बुद्धा हॉस्टल में 250, एक्स हॉस्टल में, 110 एलआरएच में 55, न्यू एलआरएस में 48, नेहरू बॉयज हॉस्टल में 84 कमरे हैं.
  • एक कमरे में प्रथम वर्ष के 2 छात्र रहते हैं, जबकि बाद में हर छात्र को एक-एक कमरा अलग से मिलता है.
  • अब तक केजीएमयू में पीजी के करीब 700 छात्र होते थे और सब को आसानी से कमरा मिल जाता था, लेकिन इस साल सीटों में बढ़ोतरी कर दी गई है.
Intro:एंकर- किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में सीनियर सीनियर छात्रों हॉस्टल खाली नहीं किया है और उनके हॉस्टल खाली ना करने की वजह से पीजी प्रथम वर्ष के स्टूडेंट्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस पूरे मामले में केजीएमयू प्रशासन की लापरवाही सामने आ रही है। इसका सामना छात्रों को करना पड़ रहा है।


Body:वी.ओ-किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में सीनियर सीनियर छात्रों की दबंगई इस कदर बढ़ गई है कि उन्होंने हॉस्टल खाली तक नहीं किया है और उनके हॉस्टल खाली ना करने की वजह से पीजी प्रथम वर्ष के स्टूडेंट्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एम.डी और एम.एस के नए स्टूडेंट्स की पिछले हफ्ते पढ़ाई शुरू हो जाने से कई विभागों में ड्यूटी भी लगा दी गई। हालांकि हॉस्टल ना मिलने से दिन भर में भटकते रहे। जिम्मेदारों ने भी अगले महीने से पहले कमरा देने की बात कही है। मजबूरी में नए स्टूडेंट्स को बाहर कमरा लेकर रहना पड़ रहा है। विश्वविद्यालय में पिछले में पीजी के दाखिले के बाद पढ़ाई शुरू हो गई है। हालांकि पीजी फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स की अब तक परीक्षाएं नहीं हुई है। जून में परीक्षा के बाद ही हॉस्टल खाली होंगे। और तभी ने स्टूडेंट्स को आवंटन शुरू होगा। ऐसे में 1 महीने से अधिक समय तक उन्हें खुद ही व्यवस्था कर कर बाहर रहना होगा। हालांकि दूर-दराज से आए स्टूडेंट्स को किराए पर कमरे के लिए भटकना पड़ रहा है। गौरतलब है कि अब कुछ कमरे सुरक्षित रखे जाते थे। हालांकि इस बार विश्वविद्यालय प्रशासन ने ऐसा नहीं किया और खामियाजा छात्रों भुगतना पड़ रहा है।


सीटें बढ़ी तो दिक्कत भी बड़ी

पीजी के कुल साथ हॉस्टल में करीब पौने सात सौ कमरे बुद्धा हॉस्पिटल में 250 एक्स हॉस्टल में 110 एलआरएच में 55 न्यू एलआरएस में 48 नेहरू बॉयज हॉस्टल में 84 इसी तरह कई कमरे हैं एक कमरे में प्रथम वर्ष के 2 स्टूडेंट्स रहते हैं। जबकि बाद में हर छात्र को एक एक कमरा अलग से मिलता है। अब तक केजीएमयू में पीजी के करीब 700 छात्र होते थे और सब को आसानी से कमरा मिल जाता था। हालांकि इस साल भी सीटों में बढ़ोतरी भी कर दी गई है। ऐसे में प्रथम वर्ष में 264 सीटें हैं और साथ ही वर्ष में सामान्य वर्ग के गरीब के लिए और बढ़ाई जाएंगी। संख्या 300 के करीब पहुंचने पर दिक्कत बढ़ जाती है।


Conclusion:एन्ड पीटीसी
शुभम पाण्डेय
7054605976
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.