लखनऊ: राजधानी के फैजुल्लागंज क्षेत्र जोन-3 में तीन दिन से मरे हुए जानवरों को न हटाए जाने पर सामाजिक कार्यकर्ता ममता त्रिपाठी और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. ममता त्रिपाठी ने नगर निगम पर आरोप लगाते हुए बताया कि शिकायत करने के बाद भी नगर निगम ने मामले को संज्ञान में नहीं लिया. स्थानीय लोगों का कहना है कि अधिकारियों की मिलीभगत से जानवर पालकों को संरक्षण देकर जानवर पालने की छूट दी जा रही है.
आखिर क्या है मामला ?
जहां एक तरफ नगर निगम जोन 3 द्वारा सफाई के नाम पर अपनी पीठ थपथपा रहा है. वहीं एक तरफ नगर निगम की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. फैजुल्लागंज क्षेत्र में बीते 3 दिनों से जानवर मरे पड़े हुए हैं. जिससे आसपास के लोगों को दुर्गंध से निकलना दूभर हो गया है. इसके विरोध में स्थानीयों लोगों ने नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की.
समाजसेवी ममता त्रिपाठी ने लगाए गंभीर आरोप
फैजुल्लागंज की समाजसेवी महिला बाल सेवा संगठन की अध्यक्ष ममता त्रिपाठी का कहना है कि स्थानीय लोगों द्वारा कई बार नगर निगम को मरे हुए जानवर हटाने के लिए शिकायत की, लेकिन इसके बावजूद मरे हुए जानवरों को नहीं उठाया गया. जिसे लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. वहीं उन्होंने बताया कि फैजुल्लागंज में जानवर को नगर निगम के संरक्षण से 15,000 से अधिक आवारा जानवर पाले गए हैं, जिसको लेकर पूरी तरह से मिलीभगत का खेल चल रहा है.
जोन अधिकारी राजेश सिंह ने बताया कि जानवर के शव को लेकर स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी. जिसके लिए कर्मचारियों को निर्देश किया गया था. जल्द ही समस्या का निस्तारण कर लिया जाएगा.
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