लखनऊ: डीएम अभिषेक प्रकाश ने खतौनी में दर्ज खातेदारों की मृत्यु, ऐसी स्त्री जिसने उत्तराधिकार में भूमि प्राप्त की है, उनके विवाहित व पुनर्विवाह होने की दशा में उनके निर्विवादित उत्तराधिकारियों के नाम समय से खतौनी में अंकित किए जाने के निर्देश दिए हैं.
डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि वरासत के प्रकरणों में समय से कार्रवाई न होने से विधिक उत्तराधिकारी अपने अधिकार से वंचित रह जाते हैं. वहीं दूसरी ओर अनावश्यक वाद भी उत्पन्न होते हैं, तथा असामाजिक तत्वों व भू-माफियाओं द्वारा भूमि पर अवैध कब्जे का प्रयास किया जाता है. जिससे कभी-कभी कानून व्यवस्था बनाए रखने की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है. उन्होंने बताया कि उत्तराधिकार और वरासत संबंधी सभी प्रकरण ऑनलाइन प्रक्रिया के अंतर्गत निस्तारित किए जाने को निर्देश किए जा चुके हैं. तहसील स्तर पर राज्य अभिलेखों को ध्यान में रखने के लिए राजस्व प्रशासन के स्तर से निर्विवाद उत्तराधिकारीयों के नाम खतौनी में दर्ज करने को 5 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक उपजिलाअधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष अभियान चलाया जाए.
डीएम ने बताया कि इस अभियान के दौरान प्रत्येक राजस्व ग्रामवार निर्विवाद उत्तराधिकार वरासत के लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए उनका शत-प्रतिशत निस्तारण सभी उपजिलाधिकारी सुनिश्चित करेंगे. डीएम ने कहा कि तहसील स्तर पर संचालित उक्त अभियान के लिए अपर जिलाधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है.
इन अधिकारियों को किया गया नामित
- तहसील सदर के लिए अपर जिलाधिकारी (ट्रांसगोमती)
- तहसील मलिहाबाद के लिए अपर जिलाधिकारी (भूमि अध्याप्ति-द्वितीय)
- तहसील बीकेटी के लिए अपर जिलाधिकारी (आपूर्ति)
- तहसील मोहनलालगंज के लिए अपर जिलाधिकारी (भूमि अध्याप्ति-प्रथम)
- तहसील सरोजनीनगर के लिए अपर जिलाधिकारी (नगर पूर्वी)