लखनऊ: एक तरफ जहां सरकार किसानों को जैविक खेती को लेकर प्रोत्साहित कर रही है. वहीं, उसके फायदे भी बता रही है. योगी सरकार के एक मंत्री ने अपने सरकारी आवास को जैविक खेती की प्रयोगशाला के रूप में विकसित किया है. यूपी सरकार में स्वतंत्र प्रभार के मंत्री श्रीराम चौहान के पास कृषि और उद्यान का प्रभार है. उन्होंने अपने सरकारी आवास पर जैविक तरीके से ब्रोकली, गोभी, टमाटर, लहसुन, पालक और मूली को उगाया है. इसके साथ ही उन्होंने भूटान का एक विशेष प्रजाति का आलू भी उगाया है.
विशेष प्रजाति के इस आलू की खासियत उत्तर प्रदेश में पैदा होने वाले आलू से अलग है. इसका उत्पादन सामान्य आलू से ढाई गुना ज्यादा और यह पूरी तरह से शुगर फ्री है. वहीं, इस आलू का रिजल्ट अच्छा रहा, तो प्रदेश के किसानों को इसका फायदा भी मिलेगा.
सरकारी आवास को बना दिया जैविक प्रयोगशाला
मंत्री श्रीराम चौहान का सरकारी आवास कई मायनों में खास है. इस आवास में जहां अलग-अलग प्रजाति के फूल विशेष आकर्षण का केंद्र हैं, तो वहीं कई अलग-अलग प्रजाति की सब्जियां भी उगाई गई हैं. इन सब्जियों की सबसे बड़ी खासियत है कि यह विशेष प्रजाति की हैं और इन्हें जैविक तरीके से उगाया गया है. इन सब्जियों का उपयोग श्रीराम चौहान के साथ-साथ आवास में ड्यूटी पर तैनात रहने वाले कर्मचारी और पुलिसकर्मी भी करते हैं.
भूटान की विशेष प्रजाति का आलू
सरकारी आवास में जहां दर्जन भर से ज्यादा अलग-अलग प्रजाति की सब्जियों की बागवानी लगाई गई है, तो वहीं इनमें एक विशेष प्रजाति का आलू भी है. बातचीत के दौरान मंत्री श्रीराम चौहान ने बताया कि यह आलू शुगर फ्री है और इसका उत्पादन सामान्य आलू से ढाई गुना ज्यादा है. उन्होंने बताया कि 10 किलो का बीज लगाया गया है और इसका परिणाम अच्छा रहा तो निश्चित रूप से इस साल किसानों के लिए भी इस प्रजाति को उपलब्ध कराया जाएगा. इसके साथ ही मंत्री श्रीराम चौहान ने अपने सरकारी आवास में तुलसी की खेती बड़े पैमाने पर की है. उनके इस आवास में श्यामा और रामा नाम की दो विशेष प्रजाति की तुलसी उगाई गई है.