लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 13 फरवरी से शुरू हो रहा है. सत्र से पहले सभी दलों ने विधायकों के साथ बैठक कर रणनीति तैयार की है. विपक्षी दलों ने भी सरकार को सदन में घेरने की रणनीति तैयार की है. विपक्ष का आरोप है कि उत्तर प्रदेश में जब से योगी सरकार आई है तब से किसानों की हालत बदहाल है. महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं. कानून व्यवस्था ध्वस्त है. युवा बेरोजगार हो रहे हैं. इसलिए सदन में विपक्ष योगी सरकार को घेरेगा और जनता की आवाज पुरजोर ढंग से उठाएगा.
लालजी वर्मा ने कहा कि सदन में जनता की समस्याओं को उठाएंगे. गन्ना किसानों की समस्याएं अभी सुलझी नहीं है. गन्ना किसानों की समस्याएं जब उठाई जाती है तो योगी सरकार के मंत्री जोर से कहते हैं कि हमने गन्ना किसानों का भुगतान किया है. गन्ना किसानों ने अपनी फसल बेची है. उसका भुगतान किया है तो सरकार ने इसमें कोई उपकार नहीं किया है. गन्ना मूल्य में एक भी पैसे की बढ़ोतरी इस सरकार में नहीं की गई.
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वहीं कांग्रेस नेता एमएलसी दीपक सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद से और सरकार बनने से पहले भाजपा ने जो वादे किए थे, संकल्प पत्र जारी किया था, उसमें से एक भी वादा योगी सरकार ने पूरा नहीं किया है. सरकार बनने से पहले भाजपा ने वादा किया था कि महिला उत्पीड़न कम करेंगे, बेरोजगारी कम करेंगे, विकास दर बढ़ाएंगे, किसानों की आय दोगुनी करेंगे, लेकिन उत्तर प्रदेश में इन सब चीजों का उलट हो रहा है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गड्ढा मुक्ति की बड़ी-बड़ी बातें की थी, लेकिन आज प्रदेश की सड़कें गड्ढा युक्त हो गई हैं. गड्ढा मुक्त के नाम पर भ्रष्टाचार भी किया गया है. योगी सरकार हर मामले में असफल रही है. सरकार के क्रियाकलापों के खिलाफ और जनता की आवाज सदन में कांग्रेस पार्टी जोर शोर से उठाएगी.