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NCC सर्टिफिकेट है तो सेना में अफसर बनने का मौका, ऐसे करें आवेदन

एनसीसी का प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं के लिए सेना में अफसर बनने का सुनहरा मौका है. भारतीय सेना ने एनसीसी कैडेटों को शार्ट सर्विस कमीशन देने के लिए एनसीसी स्पेशल एंट्री स्कीम के 49वें कोर्स के लिए आवेदन मांगे हैं.

opportunity for NCC cadets
नेशनल कैडेट कोर
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Published : Jan 14, 2021, 8:07 PM IST

लखनऊ: नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) की ट्रेनिंग लेने वाले युवाओं के लिए आर्मी में ऑफिसर बनने का बेहतरीन अवसर है. भारतीय सेना ने एनसीसी छात्र और छात्राओं को शॉर्ट सर्विस कमीशन देने के लिए एनसीसी स्पेशल एंट्री स्कीम के आवेदन मांगे हैं. भारतीय सेना की वेबसाइट joinindianarmy.nic.in/default.aspx पर 28 जनवरी तक आवेदन किए जा सकते हैं. इसके अलावा ऑपरेशन में शहीद हुए सैनिकों के आश्रित भी भारतीय सेना में अधिकारी बन सकते हैं. ओटीए चेन्नई में एनसीसी स्पेशल एंट्री स्कीम के लिए कुल 55 पदों में बालको के लिए 50 और बालिकाओं के लिए पांच पद रखे गए हैं.

ये है अर्हताएं

एनसीसी कैडेटों की सेना में अधिकारी बनने के लिए एक जनवरी को 19 से 25 वर्ष के बीच उम्र होना चाहिए. न्यूनतम 'बी' ग्रेड के साथ एनसीसी सर्टिफिकेट युवाओं के लिए मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम 50 फीसद अंकों के साथ स्नातक की डिग्री अनिवार्य है. स्नातक अंतिम वर्ष कर रहे एनसीसी कैडेट भी आवेदन कर सकते हैं. उनके पहले से दूसरे वर्ष तक न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक होना चाहिए. चयनित अभ्यर्थी को भारतीय सेना 14 साल के लिए शार्ट सर्विस कमीशंड देकर अधिकारी बनाएगी. इसमें पहले 10 साल के लिए कमीशंड प्रदान किया जाएगा. इसके बाद चार साल तक विस्तार दिया जा सकता है. अगर 10 साल की सेवा के बाद शार्ट सर्विस कमीशंड प्राप्त करने वाले महिला और पुरुष सैन्य अफसर अपनी सेवा आगे बरकरार रखना चाहते हैं तो उनको रक्षा मंत्रालय की पॉलिसी के अनुसार स्थाई कमीशंड भी प्रदान किया जाता है.

इस तरह पाएंगे प्रमोशन

छात्रों के प्रशिक्षण पूरा करते ही लेफ्टिनेंट के पद पर शार्ट सर्विस कमीशंड प्रदान किया जाएगा. सेवा के दो साल पूरा होने पर कैप्टन, छह साल की सेवा पर मेजर, 13 साल की सेवा पूरा होने पर ले. कर्नल की रैंक प्रदान की जाएगी. स्थायी कमीशंड प्राप्त होने पर 26 साल की सेवा पर कर्नल और फिर मेजर जनरल और ले. जनरल की रैंक मिलेगी.

इतना वेतन पाने के हकदार

भारतीय सेना ट्रेनिंग के दौरान हर माह 56100 रुपए मानदेय देगी, जबकि कमीशंड हासिल होने पर लेफ्टिनेंट रैंक पर 56100-177500, कैप्टन को 61300-193900, मेजर को 69400-207200, ले. कर्नल को 121200-212400, कर्नल को 130600-215900 रुपये, ब्रिगेडियर को 139600-217600, मेजर जनरल को 144200-218200, ले. जनरल (एचएजी स्केल) को 182200-224100 और ले. जनरल को ₹205400-224400 वेतनमान मिलेगा.

49 सप्ताह का प्रशिक्षण

ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई में चयनितों को 49 सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाएगा. कमीशंड से पहले ट्रेनिंग में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को मद्रास विवि से डिफेंस मैनेजमेंट और स्ट्रेटेजिक स्टडीज पर पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा भी दिया जाएगा.

लखनऊ: नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) की ट्रेनिंग लेने वाले युवाओं के लिए आर्मी में ऑफिसर बनने का बेहतरीन अवसर है. भारतीय सेना ने एनसीसी छात्र और छात्राओं को शॉर्ट सर्विस कमीशन देने के लिए एनसीसी स्पेशल एंट्री स्कीम के आवेदन मांगे हैं. भारतीय सेना की वेबसाइट joinindianarmy.nic.in/default.aspx पर 28 जनवरी तक आवेदन किए जा सकते हैं. इसके अलावा ऑपरेशन में शहीद हुए सैनिकों के आश्रित भी भारतीय सेना में अधिकारी बन सकते हैं. ओटीए चेन्नई में एनसीसी स्पेशल एंट्री स्कीम के लिए कुल 55 पदों में बालको के लिए 50 और बालिकाओं के लिए पांच पद रखे गए हैं.

ये है अर्हताएं

एनसीसी कैडेटों की सेना में अधिकारी बनने के लिए एक जनवरी को 19 से 25 वर्ष के बीच उम्र होना चाहिए. न्यूनतम 'बी' ग्रेड के साथ एनसीसी सर्टिफिकेट युवाओं के लिए मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से न्यूनतम 50 फीसद अंकों के साथ स्नातक की डिग्री अनिवार्य है. स्नातक अंतिम वर्ष कर रहे एनसीसी कैडेट भी आवेदन कर सकते हैं. उनके पहले से दूसरे वर्ष तक न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक होना चाहिए. चयनित अभ्यर्थी को भारतीय सेना 14 साल के लिए शार्ट सर्विस कमीशंड देकर अधिकारी बनाएगी. इसमें पहले 10 साल के लिए कमीशंड प्रदान किया जाएगा. इसके बाद चार साल तक विस्तार दिया जा सकता है. अगर 10 साल की सेवा के बाद शार्ट सर्विस कमीशंड प्राप्त करने वाले महिला और पुरुष सैन्य अफसर अपनी सेवा आगे बरकरार रखना चाहते हैं तो उनको रक्षा मंत्रालय की पॉलिसी के अनुसार स्थाई कमीशंड भी प्रदान किया जाता है.

इस तरह पाएंगे प्रमोशन

छात्रों के प्रशिक्षण पूरा करते ही लेफ्टिनेंट के पद पर शार्ट सर्विस कमीशंड प्रदान किया जाएगा. सेवा के दो साल पूरा होने पर कैप्टन, छह साल की सेवा पर मेजर, 13 साल की सेवा पूरा होने पर ले. कर्नल की रैंक प्रदान की जाएगी. स्थायी कमीशंड प्राप्त होने पर 26 साल की सेवा पर कर्नल और फिर मेजर जनरल और ले. जनरल की रैंक मिलेगी.

इतना वेतन पाने के हकदार

भारतीय सेना ट्रेनिंग के दौरान हर माह 56100 रुपए मानदेय देगी, जबकि कमीशंड हासिल होने पर लेफ्टिनेंट रैंक पर 56100-177500, कैप्टन को 61300-193900, मेजर को 69400-207200, ले. कर्नल को 121200-212400, कर्नल को 130600-215900 रुपये, ब्रिगेडियर को 139600-217600, मेजर जनरल को 144200-218200, ले. जनरल (एचएजी स्केल) को 182200-224100 और ले. जनरल को ₹205400-224400 वेतनमान मिलेगा.

49 सप्ताह का प्रशिक्षण

ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई में चयनितों को 49 सप्ताह का प्रशिक्षण दिया जाएगा. कमीशंड से पहले ट्रेनिंग में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को मद्रास विवि से डिफेंस मैनेजमेंट और स्ट्रेटेजिक स्टडीज पर पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा भी दिया जाएगा.

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